संभल हिंसा: दुबई से मिली फोन कॉल ने भड़काई स्थिति

संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा का नया खुलासा
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के संबंध में एक नया दावा सामने आया है। पुलिस ने बताया कि सर्वे को रोकने के लिए दुबई से एक फोन कॉल आई थी, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। जांच में यह पता चला है कि दुबई में मौजूद मोस्ट वांटेड अपराधी शारिक साटा ने 23 फरवरी 2024 को अपने गुर्गों को फोन कर हथियार बांटने और वकील की हत्या का आदेश दिया था।
हिंसा की साजिश का खुलासा
पूछताछ में यह सामने आया कि हिंसा से एक दिन पहले संभल में एक कॉल आई थी, जिसमें कहा गया— “हेलो, जामा मस्जिद में किसी भी हाल में सर्वे नहीं होना चाहिए।”, “जो हथियार हैं, सबके बीच बांट दो।” और “सर्वे के लिए जो वकील आता है, उसको मार दो।” इस कॉल के बाद शारिक साटा के गुर्गों ने भीड़ में हथियार बांटे और हिंसा को अंजाम दिया।
संभल पुलिस ने हिंसा में शामिल गुलाम शाह को गिरफ्तार किया है, जिसने पूछताछ में साजिश का खुलासा किया। उसने बताया कि दुबई से फोन कर वहां की स्थिति की जानकारी दी गई थी। इसके बाद शारिक साटा ने अपने गुर्गों को आदेश दिया कि सर्वे किसी भी हालत में नहीं होना चाहिए और वकील विष्णु शंकर जैन को मार देना है।
पुलिस और भीड़ पर गोली चलाने वाले
पुलिस और खुफिया एजेंसियों की जांच में यह भी सामने आया है कि हिंसा के दौरान पुलिस और भीड़ पर गोली चलाने वाले भी शारिक साटा के लोग थे। उनका उद्देश्य पुलिस को बदनाम करना और हिंसा को बढ़ाना था। इस दौरान जो भीड़ में शामिल लोग मारे गए, वे उन्हीं की गोली का शिकार हुए।
शारिक साटा संभल का निवासी है और उस पर 50 से अधिक मामले दर्ज हैं। वह दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गया था। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, वह दाऊद इब्राहिम के गिरोह D कंपनी से जुड़ा हुआ है और हवाला के जरिए संदिग्ध लेनदेन करता रहता है।
पुलिस की कार्रवाई
संभल हिंसा के मामले में पुलिस अब तक 80 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर चुकी है। गुलाम शाह के पास से 9mm की पिस्टल, 32 बोर की दो पिस्टल और तीन विदेशी हथियार बरामद हुए हैं। इसके अलावा, ब्रिटेन, जर्मनी और पाकिस्तान में बने कारतूस भी जब्त किए गए हैं।
पुलिस शारिक साटा पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। खुफिया एजेंसियां उसकी लोकेशन ट्रेस कर रही हैं और उसे भारत लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं और हिंसा के असली मास्टरमाइंड तक पहुंचा जाएगा।