संजय सिंह का भाजपा पर तीखा हमला: 'एक राष्ट्र, एक पति' योजना पर सवाल उठाए

आप नेता संजय सिंह ने भाजपा के 'एक राष्ट्र, एक पति' अभियान पर तीखा हमला किया है, इसे एक सस्ता राजनीतिक स्टंट बताते हुए महिलाओं का अपमान करार दिया। उन्होंने भारतीय संस्कृति में सिंदूर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सवाल उठाया कि क्या सभी महिलाओं को प्रधानमंत्री मोदी को अपने पति के रूप में स्वीकार करने के लिए कहा जा रहा है। भाजपा ने इस अभियान के खिलाफ मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और संजय सिंह के तर्क।
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संजय सिंह का भाजपा पर तीखा हमला: 'एक राष्ट्र, एक पति' योजना पर सवाल उठाए

संजय सिंह का भाजपा पर आरोप

आप के नेता संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सत्तारूढ़ पार्टी पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने भाजपा के कथित घर-घर सिंदूर वितरण अभियान की आलोचना करते हुए इसे एक सस्ता राजनीतिक खेल करार दिया। सिंह ने इसे 'एक राष्ट्र, एक पति' योजना के रूप में वर्णित किया। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी ने उन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है, जिनमें कहा गया था कि पार्टी घर-घर जाकर सिंदूर बांट रही है। सिंह ने सवाल उठाया, "क्या मोदीजी को चुटकी सिंदूर का महत्व पता है?"


भारतीय संस्कृति और सिंदूर का महत्व

एक सोशल मीडिया पोस्ट में, संजय सिंह ने बताया कि भारतीय संस्कृति में महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र और खुशहाली के प्रतीक के रूप में सिंदूर लगाती हैं। यह गर्व और गहरे भावनात्मक अर्थ को दर्शाता है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' और 'एक राष्ट्र, एक नेता' जैसी योजनाओं के बाद अब 'एक राष्ट्र, एक पति' का अभियान शुरू किया है।


महिलाओं की भावनाओं का अपमान

सिंह ने यह सवाल उठाया कि क्या इसका मतलब यह है कि सभी महिलाओं को प्रधानमंत्री मोदी को अपने पति के रूप में स्वीकार करने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने कहा, "यह कैसी सोच है? क्या सभी महिलाएं मोदीजी को अपना पति मान लेंगी? भाजपा कब तक घटिया राजनीति करती रहेगी?" उन्होंने यह भी कहा कि चार पाकिस्तानी आतंकवादियों का पता नहीं चल पाया है और केंद्र ने डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में युद्धविराम का विकल्प चुना।


सिंदूर का राजनीतिक उपयोग

संजय सिंह ने कहा कि क्या भाजपा ने इस परंपरा के पीछे छिपी भावनाओं के बारे में सोचा है? उन्होंने कहा कि यह केवल एक राजनीतिक नौटंकी नहीं है, बल्कि महिलाओं का अपमान है। भारतीय महिलाएं अपने पतियों के लिए सिंदूर लगाएंगी, किसी राजनीतिक नेता के लिए नहीं। उन्होंने राजनीति के लिए परंपराओं का दुरुपयोग करने की कोशिश को रोकने की अपील की।