श्रीमती एन.एम.पाडलिया फार्मेसी कॉलेज में CGMP दिवस पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
अहमदाबाद के श्रीमती एन.एम.पाडलिया फार्मेसी कॉलेज में CGMP दिवस पर एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें उद्योग और शिक्षा के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में प्रमुख वक्ताओं ने दवा उद्योग में गुणवत्ता और नैतिकता के महत्व पर जोर दिया। छात्रों के लिए मौखिक प्रस्तुति प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार दिए गए।
| Nov 3, 2025, 18:56 IST
CGMP दिवस पर सेमिनार का आयोजन
अहमदाबाद के चांगोदर में स्थित श्रीमती एन.एम.पाडलिया फार्मेसी कॉलेज में "CGMP (Current Good Manufacturing Practice) दिवस" के अवसर पर "Academia-Industry Synergy: Advancing Quality through CGMP Awareness" विषय पर एक राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के मेनेजिंग ट्रस्टी मगनभाई पटेल ने की। इस सेमिनार का आयोजन ग्लोबल एग्रोबायोटेक एंड फार्मा रिसर्च फाउंडेशन और एसोसिएशन ऑफ फार्मास्युटिकल टीचर्स ऑफ इंडिया के सहयोग से किया गया, जिसमें 15,000 से अधिक आजीवन सदस्य हैं।
उद्घाटन सत्र और मुख्य अतिथि
इस सेमिनार का उद्घाटन मगनभाई पटेल और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया, जिनमें मुख्य अतिथि डॉ. कृष्णकांत पटेल, विशेष अतिथि दिपक अग्रवाल, मुख्य वक्ता महेंद्र जोशी और रमाकांत गुप्ता शामिल थे। इस कार्यक्रम में कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. जितेंद्र भंगाले और आयोजन सचिव डॉ. सूरज चौहान भी उपस्थित थे। लगभग 170 छात्रों ने इस सेमिनार में भाग लिया। इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षा और उद्योग के बीच सहयोग को बढ़ावा देना और CGMP के प्रति जागरूकता फैलाना था।
मगनभाई पटेल का प्रेरक भाषण
उद्घाटन सत्र में मगनभाई पटेल ने अपने प्रेरक भाषण में फार्मेसी क्षेत्र में ईमानदारी, अनुशासन और गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि दवाओं की सही जानकारी और वितरण प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि कई मेडिकल स्टोर्स में योग्य फार्मासिस्ट नहीं होते हैं, जिससे दवाओं की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
चुनौतियाँ और समाधान
भारत में जेनेरिक दवाओं को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे कि घटिया दवाओं का बाजार में प्रवेश। उन्होंने कहा कि एक मजबूत वितरण नेटवर्क की आवश्यकता है ताकि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण दवाएं मिल सकें। इसके अलावा, उन्होंने CGMP के महत्व और नैतिकता की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
मुख्य अतिथि का उदबोधन
डॉ. कृष्णकांत पटेल ने "Quality is not an act, it’s a habit: Learning the culture of CGMP" विषय पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने दवा उद्योग में गुणवत्ता और नवाचार के महत्व पर जोर दिया और अनुशासन, समर्पण, दृढ़ संकल्प, भक्ति और दिशा के महत्व पर चर्चा की।
दिपक अग्रवाल का व्याख्यान
दिपक अग्रवाल ने "Good Manufacturing Practices - The Heartbeat of Quality Medicines" विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने CGMP के महत्व और तकनीकी प्रगति के साथ इसके विकास की आवश्यकता पर चर्चा की। उन्होंने आधुनिक तकनीकों के उपयोग से दवा निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के तरीकों पर भी प्रकाश डाला।
प्रतियोगिता और समापन
सेमिनार में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए मौखिक प्रस्तुति प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें 20 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार दिए गए। आयोजन सचिव डॉ. सूरज चौहान ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ इस सेमिनार का समापन किया।
