श्रीनगर में घरेलू सहायिका के रूप में तस्करी से बचाई गईं दो लड़कियां

दिल्ली से तस्करी का मामला
दिल्ली से तस्करी कर जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में घरेलू सहायिका के रूप में काम करने के लिए मजबूर की गईं दो लड़कियों को पुलिस ने बचा लिया है। यह जानकारी बृहस्पतिवार को दी गई।
पुलिस के अनुसार, ये लड़कियां 13 और 15 साल की हैं और 23 दिसंबर 2024 को लापता हुई थीं। पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) हरेश्वर वी. स्वामी ने बताया कि एक मां ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी और उसकी सहेली को आखिरी बार 22 दिसंबर को राजीव नगर में खेलते हुए देखा गया था। इस शिकायत के आधार पर बीएनएस की धारा 137 (2) (अपहरण) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस ने लड़कियों की बरामदगी में मदद के लिए सूचना देने पर ढाई हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया। स्थानीय पुलिस द्वारा शुरू की गई जांच 17 अप्रैल को मानव तस्करी निरोधक इकाई को सौंप दी गई, जहां उन्हें श्रीनगर में सक्रिय एक मोबाइल नंबर के सबूत मिले।
पुलिस ने बताया कि संयुक्त छापेमारी में श्रीनगर के एक घर से एक लड़की को बचाया गया, जो घरेलू सहायिका के रूप में काम कर रही थी। पूछताछ के दौरान, लड़की ने बताया कि वे रास्ता भटक गई थीं और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास एक व्यक्ति से मिलीं, जिसने उन्हें नौकरी और पैसे दिलाने का वादा किया।
स्वामी ने कहा कि बाद में वह व्यक्ति उन्हें श्रीनगर ले गया और एक एजेंट को सौंप दिया, जिसने उन्हें विभिन्न घरों में घरेलू सहायिका के रूप में रखा। इसके बाद, दूसरी लड़की को भी श्रीनगर में एक अन्य स्थान से बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि तस्करी करने वाले व्यक्ति और उन्हें काम पर रखने वाले एजेंट की पहचान के लिए आगे की जांच जारी है।