श्री माता वैष्णो देवी यात्रा नौवें दिन भी स्थगित, मौसम की स्थिति चिंताजनक

यात्रा स्थगित रहने का कारण
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों में खराब मौसम और सुरक्षा चिंताओं के चलते श्री माता वैष्णो देवी यात्रा लगातार नौवें दिन के लिए स्थगित कर दी गई है। पिछले सप्ताह हुई भारी बारिश के कारण भूस्खलन, अचानक बाढ़ और मंदिर तक पहुंचने वाले रास्ते बाधित हो गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि यात्रा तब तक नहीं शुरू होगी जब तक मौसम में सुधार नहीं होता और सभी मार्ग तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षित नहीं हो जाते। ज़िला प्रशासन और श्राइन बोर्ड के अधिकारी स्थिति पर ध्यान दे रहे हैं, और बचाव तथा पुनर्वास दल हाई अलर्ट पर हैं।
श्रद्धालुओं की स्थिति
कटरा स्थित आधार शिविर इस समय सुनसान है, जहाँ कई श्रद्धालु अपनी तीर्थयात्रा फिर से शुरू होने की उम्मीद में इंतज़ार कर रहे हैं। 27 अगस्त को भूस्खलन के कारण यात्रा स्थगित कर दी गई थी, जिसमें 34 लोगों की जान चली गई थी। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भूस्खलन के कारणों की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय तीन-सदस्यीय समिति का गठन किया है।
समिति का गठन और मौसम की चेतावनी
इस समिति के अध्यक्ष जम्मू-कश्मीर के जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शालीन काबरा होंगे, जिसमें जम्मू के संभागीय आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक भी शामिल हैं। एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, समिति में अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी भी शामिल हैं। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तरी पंजाब, उत्तरी हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तर-पश्चिम और पूर्वी मध्य प्रदेश तथा ओडिशा के कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
रेड अलर्ट वाले जिले
IMD के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में रेड अलर्ट वाले जिलों में पुंछ, मीरपुर, राजौरी, रियासी, जम्मू, रामबन, उधमपुर, सांबा, कठुआ, डोडा और किश्तवाड़ शामिल हैं। पंजाब में कपूरथला, जालंधर, नवाशहर, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, बरनाला और संगरूर भी इसी चेतावनी के तहत हैं। हिमाचल प्रदेश में मंडी, ऊना, बिलासपुर, सिरमौर और सोलन को भी इसी तरह की चेतावनी दी गई है।