शेख अब्दुल राशिद की भूख हड़ताल: कश्मीरियों के अधिकारों की रक्षा का संघर्ष

लोकसभा सांसद शेख अब्दुल राशिद ने कश्मीरियों के लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन के खिलाफ तिहाड़ जेल में 24 घंटे की भूख हड़ताल करने का निर्णय लिया है। उनकी पार्टी ने इस कदम की पुष्टि की है, जिसमें कश्मीरियों की समस्याओं को नजरअंदाज करने के लिए भाजपा और कांग्रेस की आलोचना की गई है। राशिद का यह कदम उन हजारों कश्मीरी युवाओं की आवाज उठाने के लिए है, जो जेल में हैं। जानें इस भूख हड़ताल के पीछे की पूरी कहानी और कश्मीर की वर्तमान स्थिति।
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शेख अब्दुल राशिद की भूख हड़ताल: कश्मीरियों के अधिकारों की रक्षा का संघर्ष

भूख हड़ताल का ऐलान

तिहाड़ जेल में बंद लोकसभा सांसद शेख अब्दुल राशिद ने कश्मीरियों के लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन के खिलाफ 24 घंटे की भूख हड़ताल करने का निर्णय लिया है। उनकी पार्टी, अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी), ने इस बात की पुष्टि की। राशिद के बेटे अबरार रशीद ने बताया कि यह भूख हड़ताल आज रात 8 बजे से शुरू होगी। यह कदम जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों के लगातार उल्लंघन के विरोध में उठाया जा रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय पार्टियों, जैसे कांग्रेस और भाजपा, को याद दिलाने की आवश्यकता बताई कि उन्होंने कश्मीरियों के अधिकारों को कैसे दबाया है।


कश्मीरियों की अनदेखी

अबरार रशीद ने कहा कि राजनीतिक दल आपातकाल के मुद्दे पर बहस कर रहे हैं, लेकिन कश्मीरियों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हजारों कश्मीरी युवा जेल में हैं, चाहे वह जम्मू-कश्मीर के अंदर हो या बाहर, जैसे तिहाड़ में। यह भूख हड़ताल उन शासनों के खिलाफ एक प्रतीकात्मक विरोध होगा जो हर स्तर पर विफल रहे हैं। मौजूदा सरकार ने अनुच्छेद 370 के नाम पर वोट मांगे थे, लेकिन अब हम राज्य के दर्जे के लिए भीख मांग रहे हैं। इसलिए, यूटी सरकार अपनी जिम्मेदारियों में असफल रही है।


राजनीतिक आलोचना

राशिद ने हाल ही में एक पारिवारिक बैठक में अपने इस निर्णय के बारे में बताया। उन्होंने भाजपा और कांग्रेस दोनों की आलोचना की, जो कश्मीर से जुड़े मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 1975 के आपातकाल को उजागर किया है, लेकिन 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर की स्थिति को नजरअंदाज कर दिया है। इसके अलावा, उन्होंने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा, जो यूएपीए के तहत कश्मीरियों की हिरासत पर कोई बात नहीं कर रहे हैं।