शुभमन गिल बने टेस्ट क्रिकेट के कप्तान, योगराज सिंह का बड़ा दावा

रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद शुभमन गिल को भारत का नया टेस्ट कप्तान नियुक्त किया गया है। इस निर्णय के पीछे युवराज सिंह का महत्वपूर्ण योगदान बताया जा रहा है, जैसा कि योगराज सिंह ने दावा किया है। गिल की कप्तानी की शुरुआत इंग्लैंड दौरे से होगी, और वह 25 साल की उम्र में इस पद पर आसीन होने वाले चौथे सबसे युवा खिलाड़ी हैं। युवराज ने कोरोना महामारी के दौरान गिल और अन्य युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया था। जानें इस कहानी के सभी पहलू।
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शुभमन गिल बने टेस्ट क्रिकेट के कप्तान, योगराज सिंह का बड़ा दावा

शुभमन गिल की कप्तानी की शुरुआत

रोहित शर्मा ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया, जिसके बाद बीसीसीआई ने शुभमन गिल को टीम इंडिया का नया टेस्ट कप्तान नियुक्त किया है। गिल इस फॉर्मेट में भारत के 37वें कप्तान बनेंगे और इंग्लैंड दौरे से अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे। इस बीच, युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उनका कहना है कि गिल के कप्तान बनने में युवराज का योगदान है।


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योगराज सिंह का बयान

योगराज ने कहा कि गिल की कप्तानी का श्रेय उनके पिता के साथ-साथ युवराज को भी जाता है। उन्होंने युवराज को 'ग्रेट क्रिकेटिंग ब्रेन' बताते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन के कारण गिल आज इस पद के योग्य बने हैं। योगराज ने कहा, "अगर गिल कप्तान बने हैं और लंबे समय तक बने रहेंगे, तो इसमें युवराज का मार्गदर्शन महत्वपूर्ण है।"


गिल की उम्र 25 साल और 258 दिन है, जिससे वह भारत के टेस्ट कप्तान बनने वाले चौथे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले सचिन तेंदुलकर, कपिल देव और रवि शास्त्री ने भी युवा उम्र में कप्तानी की है। गिल के पास टेस्ट में कप्तानी का अनुभव नहीं है, लेकिन उन्होंने 2024 में जिम्बाब्वे में टी20I सीरीज में भारत का नेतृत्व किया था।


कोरोना के दौरान युवराज का योगदान

कोरोना महामारी के दौरान, युवराज सिंह ने चंडीगढ़ में पंजाब के युवा क्रिकेटरों के लिए एक कैंप आयोजित किया था। उन्होंने शुभमन गिल, अनमोलप्रीत सिंह और अभिषेक शर्मा जैसे खिलाड़ियों को एक महीने तक प्रशिक्षण दिया। युवराज अक्सर इन खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देते रहते हैं।