शुभमन गिल ने टेस्ट कप्तान के रूप में इतिहास रचा

भारत की ऐतिहासिक जीत
शुभमन गिल ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के कप्तान के रूप में एक नया इतिहास रच दिया है। उन्होंने बर्मिंघम में 1967 के बाद पहली बार भारत को जीत दिलाई। 57 वर्षों के बाद, गिल ने अपनी अद्वितीय बल्लेबाजी से टीम को जीत की ओर अग्रसर किया, पहले पारी में 269 और दूसरी पारी में 161 रन बनाकर।
दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की हार
दूसरे टेस्ट के अंतिम दिन, इंग्लैंड को 500 से अधिक रन बनाने थे, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। आकाशदीप ने इंग्लैंड में अपना पहला पांच विकेट लिया और पूरी तरह से खेल को प्रभावित किया। यह एक सामूहिक प्रयास था, जिसमें भारतीय टीम ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में इंग्लैंड को पीछे छोड़ दिया। आकाशदीप ने जसप्रीत बुमराह के स्थान पर खेलते हुए एक टेस्ट में 10 विकेट लिए, यह साबित करते हुए कि उन्हें चुनना सही निर्णय था।
गिल की प्रतिक्रिया
बर्मिंघम में जीत के बाद, शुभमन गिल ने अपनी खुशी व्यक्त की और कहा कि यह उनके लिए टेस्ट कप्तान के रूप में पहली जीत है। उन्होंने कहा, "हमने पहले मैच के बाद जो बातें की थीं, वे सही साबित हुईं। हमारी गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण शानदार था। हमें पता था कि अगर हम 400-500 रन बनाते हैं, तो हम खेल में रहेंगे।" उन्होंने आगे कहा कि वह अपने खेल के साथ सहज महसूस कर रहे हैं और अगर वह श्रृंखला जीतने में योगदान देते हैं, तो उन्हें खुशी होगी।