शुभमन गिल का शानदार प्रदर्शन, एजबेस्टन में तोड़े कई रिकॉर्ड

शुभमन गिल का मास्टरक्लास
भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन शानदार बल्लेबाजी की, जिसमें उन्होंने अपना सातवां टेस्ट शतक बनाया। गिल की यह शानदार पारी भारत के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करती है और उनके क्रिकेट में बढ़ते कद को दर्शाती है।
शानदार शुरुआत
गिल ने शुरुआत से ही अपने खेल पर नियंत्रण रखा। उनके पैरों की गति आत्मविश्वास से भरी थी और उन्होंने शॉट्स का चयन बेहतरीन तरीके से किया। इंग्लिश गेंदबाज उनकी लय को तोड़ने में असफल रहे। जब उन्होंने अपने शतक का जश्न मनाया, तो यह केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं थी, बल्कि यह कई रिकॉर्ड्स को तोड़ने वाला एक ऐतिहासिक प्रदर्शन था।
शुभमन गिल के रिकॉर्ड तोड़ने वाले उपलब्धियां
गिल का यह नया शतक उन्हें 26 वर्ष से कम उम्र में सात टेस्ट शतकों के साथ दिग्गजों जैसे वीरेंद्र सहवाग और रवि शास्त्री के साथ खड़ा करता है। केवल सचिन तेंदुलकर ही उनसे आगे हैं, जिन्होंने 26 वर्ष की आयु से पहले 19 टेस्ट शतक बनाए।
अंतरराष्ट्रीय शतकों की सूची में स्थान
इस शतक के साथ, गिल ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 16 शतक पूरे कर लिए हैं, जो 25 वर्ष से कम उम्र के भारतीय खिलाड़ियों की सूची में तीसरे स्थान पर है। सचिन तेंदुलकर (40) और विराट कोहली (26) ही इस उम्र में उनसे अधिक शतक बना चुके हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ लगातार शतकों की उपलब्धि
गिल का यह शतक एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ लगातार तीन टेस्ट में शतक बनाने वाले पांचवें भारतीय बल्लेबाज बनाता है। उनका यह सिलसिला धर्मशाला से शुरू हुआ, फिर हेडिंग्ले और अब एजबेस्टन में जारी है।
कप्तान के रूप में लगातार शतकों की उपलब्धि
गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ लगातार टेस्ट में शतक बनाने वाले तीसरे भारतीय कप्तान बनकर एक और उपलब्धि हासिल की है। इससे पहले विजय हजारे (1951-52) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (1990) ने ऐसा किया था।
कप्तान के रूप में पहले दो टेस्ट में शतक
गिल ने अपने पहले दो टेस्ट में शतक बनाकर हजारे, गावस्कर और कोहली के साथ मिलकर चौथे भारतीय कप्तान का दर्जा प्राप्त किया है।
एजबेस्टन में शतक बनाने वाले दूसरे भारतीय कप्तान
गिल अब एजबेस्टन में टेस्ट शतक बनाने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बन गए हैं। विराट कोहली का 2018 में बनाया गया 149 रन का शतक उनके लिए एक प्रेरणा है।
गिल का नेतृत्व और परिपक्वता
एजबेस्टन में शुभमन गिल का प्रदर्शन केवल रन बनाने का नहीं था, बल्कि यह संकट में नेतृत्व, परिपक्वता और अडिग मानसिकता का प्रदर्शन था। रिकॉर्ड टूटते रहे और मील के पत्थर बनते रहे, गिल की कप्तानी की शुरुआत शानदार रही है।