शिवलिंग की स्थापना के लिए वास्तु टिप्स: जानें सही दिशा और नियम
शिवलिंग स्थापित करने के नियम
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शिवलिंग की स्थापना के वास्तु टिप्स: भगवान शिव की पूजा करना एक सामान्य प्रथा है। भक्त शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं और उसका अभिषेक करते हैं। मान्यता है कि शिवलिंग का अभिषेक करने से जीवन की सभी कठिनाइयाँ दूर होती हैं और परिवार पर महादेव का आशीर्वाद बना रहता है। यदि आप अपने घर में शिवलिंग स्थापित करने की सोच रहे हैं, तो वास्तु के नियमों का पालन करना आवश्यक है।
नए साल के दिन शिवलिंग की स्थापना करना और विशेष सामग्री से उसका अभिषेक करना शुभ माना जाता है। इससे घर में समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। आइए जानते हैं कि शिवलिंग को घर में किस दिशा में स्थापित करना चाहिए और इससे जुड़े नियम क्या हैं।
शिवलिंग की स्थापना की दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, शिवलिंग को उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए। यह दिशा देवी-देवताओं की मानी जाती है और यहां शिवलिंग की स्थापना से घर में सुख और शांति आती है। भगवान शिव के आशीर्वाद से बिगड़े काम भी बनने लगते हैं। ध्यान रखें कि शिवलिंग की जलाधारी का मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
घर में एक से अधिक शिवलिंग न रखें
कई लोग यह जानना चाहते हैं कि घर में कितने शिवलिंग होना चाहिए। वास्तु के अनुसार, घर में एक से अधिक शिवलिंग नहीं रखने चाहिए। एक से ज्यादा शिवलिंग रखने से घर की ऊर्जा का संतुलन बिगड़ सकता है, इसलिए ज्योतिषी एक ही शिवलिंग रखने की सलाह देते हैं।
इन बातों का ध्यान रखें
शिवलिंग को गंदे हाथों से नहीं छूना चाहिए। अभिषेक करते समय चांदी, पीतल या मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करें। अभिषेक के दौरान शिव जी के मंत्रों का जाप करना चाहिए। पूजा के समय काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
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