शार्दुल ठाकुर की वापसी: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में प्लेइंग XI में शामिल होने की संभावना

शार्दुल ठाकुर ने हाल ही में इंट्रा स्क्वॉड मैच में शतक जड़कर इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में अपनी जगह बनाने की संभावनाएं बढ़ा दी हैं। नए कप्तान शुभमन गिल को यह तय करना होगा कि क्या वह नीतीश कुमार रेड्डी को बाहर करके ठाकुर को मौका देंगे। ठाकुर का इंग्लैंड में खेलने का अनुभव और हालिया फॉर्म उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाता है। जानें इस महत्वपूर्ण चयन के पीछे के कारण और संभावित परिणाम।
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शार्दुल ठाकुर की वापसी: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में प्लेइंग XI में शामिल होने की संभावना

क्या शार्दुल ठाकुर को मिलेगा मौका?

प्लेइंग XI में शार्दुल ठाकुर? (Photo: PTI)

शार्दुल ठाकुर ने हाल ही में इंट्रा स्क्वॉड मैच में शानदार शतक जड़कर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। अब सभी की नजरें इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन पर हैं। नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल के लिए यह निर्णय लेना आसान नहीं होगा, लेकिन ठाकुर की 122 रन की पारी ने उनकी संभावनाओं को बढ़ा दिया है। सवाल यह है कि अगर ठाकुर को मौका मिलता है, तो प्लेइंग XI से कौन बाहर होगा?

भारत की संभावित प्लेइंग XI में शार्दुल ठाकुर?

इंग्लैंड के खिलाफ प्लेइंग XI को लेकर भारतीय चयनकर्ताओं के सामने कई विकल्प हैं। एक महत्वपूर्ण सवाल यह है कि शार्दुल ठाकुर और नीतीश कुमार रेड्डी में से किसे चुना जाए। नीतीश ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शतक बनाया था, लेकिन ठाकुर के हालिया प्रदर्शन ने उन्हें एक मजबूत दावेदार बना दिया है।

क्या शुभमन गिल नीतीश को बाहर करेंगे?

शुभमन गिल, शार्दुल ठाकुर को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने के लिए नीतीश कुमार रेड्डी को बेंच पर बैठा सकते हैं। यह निर्णय कई कारणों से लिया जा सकता है, जिसमें ठाकुर की वर्तमान फॉर्म सबसे प्रमुख है।

अन्य फैक्टर जो ठाकुर के पक्ष में हैं

शार्दुल के पास इंग्लैंड में खेलने का अनुभव है, जो उनकी टीम में जगह बनाने की संभावनाओं को और बढ़ाता है। जबकि नीतीश ने अभी तक इंग्लैंड में कोई मैच नहीं खेला है, ठाकुर ने वहां तीन टेस्ट खेले हैं। टीम इंडिया को ऐसे अनुभव की आवश्यकता है, खासकर जब रोहित, विराट और अश्विन जैसे खिलाड़ी टीम से बाहर हो चुके हैं।

क्या दिसंबर 2023 के बाद मिलेगा मौका?

शार्दुल ठाकुर ने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट दिसंबर 2023 में खेला था। पिछले साल उन्हें टीम में जगह नहीं मिली, लेकिन उन्होंने घरेलू और काउंटी क्रिकेट में अपने प्रदर्शन को बनाए रखा। अब, उनकी मेहनत का फल मिल सकता है और वह एक बार फिर से टीम इंडिया की टेस्ट जर्सी पहन सकते हैं।