शारदा विश्वविद्यालय की छात्रा की आत्महत्या: दो प्रोफेसरों पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप

शारदा विश्वविद्यालय की बीडीएस छात्रा ज्योति ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद दो प्रोफेसरों को मानसिक उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया। ज्योति ने अपने सुसाइड नोट में इन प्रोफेसरों का नाम लिया था, जिसमें उन्होंने लंबे समय से मानसिक उत्पीड़न का सामना करने की बात कही। इस घटना ने विश्वविद्यालय में छात्रों के बीच गुस्से को जन्म दिया, जिसके चलते उन्होंने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है।
 | 

घटना का विवरण

शारदा विश्वविद्यालय में एक बीडीएस छात्रा ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद दो प्रोफेसरों को मानसिक उत्पीड़न और दुर्व्यवहार के आरोप में गिरफ्तार किया गया। छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में इन प्रोफेसरों का नाम लिया था। यह घटना शनिवार को सुबह 2:54 बजे हुई।


छात्रा की पहचान

गुरुग्राम, हरियाणा की निवासी, ज्योति, शारदा विश्वविद्यालय के मंडेला गर्ल्स हॉस्टल में रह रही थी। इस मामले में FIR दर्ज की गई है जिसमें विभिन्न धाराएं शामिल हैं।


पुलिस की कार्रवाई

पुलिस को घटना की सूचना मिलने के बाद, ज्ञान पार्क पुलिस स्टेशन की टीम मौके पर पहुंची। ज्योति को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसके शव को पोस्ट-मॉर्टम के लिए भेजा गया।


सुसाइड नोट की जानकारी

फोरेंसिक जांच के दौरान, छात्रा का एक सुसाइड नोट मिला जिसमें उसने विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया। नोट में लिखा था कि उसे लंबे समय से मानसिक तनाव का सामना करना पड़ा।


छात्रों का विरोध

हॉस्टल में रहने वाले छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना था कि ज्योति पर हस्ताक्षर जालसाजी का आरोप लगाया गया था, जिससे वह तनाव में थी।


पुलिस का बयान

ग्रेटर नोएडा के ADCP, सुधीर कुमार ने कहा, "लड़की के परिवार की शिकायत पर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।"