शशि थरूर की मास्को यात्रा: आतंकवाद पर चर्चा और कूटनीतिक मुलाकातें

शशि थरूर का विशेष मिशन
कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मिशन पर भेजा है। वह रूस के मास्को में आयोजित 'प्रिमाकोव रीडिंग्स' वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे हैं। इस सम्मेलन में भारत सहित 40 देशों के विशेषज्ञों की बैठक होती है, जो अंतरराष्ट्रीय संबंधों और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर चर्चा करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने थरूर को इस सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना है। थरूर ने पाकिस्तानी आतंकवाद पर ध्यान आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे उनकी चर्चा पूरे विश्व में हो रही है।
मॉस्को में मुलाकातें
थरूर ने मॉस्को में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की और इस अवसर की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "मॉस्को में 'प्रिमाकोव रीडिंग्स' के दौरान लावरोव से मिलकर अच्छा लगा।" इसके अलावा, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में रूस के पूर्व राजदूत आंद्रेई डेनिसोव से भी बातचीत की।
गुप्त मुलाकातें और डॉक्यूमेंट्री
थरूर की मास्को यात्रा में कई राजनयिकों के साथ गुप्त मुलाकातें भी शामिल थीं। हालांकि, इन बैठकों का कोई आधिकारिक विवरण नहीं दिया गया है। थरूर RT (रशिया टुडे) के लिए एक डॉक्यूमेंट्री सीरीज़ में भी भाग ले रहे हैं, जो उपनिवेशवाद पर आधारित है।
आतंकवाद पर फ्रेंच में बयान
रूस द्वारा आयोजित एक आगामी आतंकवाद-रोधी सम्मेलन में पाकिस्तान की भागीदारी की आलोचना करते हुए थरूर ने धाराप्रवाह फ्रेंच में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, "एक ऐसा देश है जो आतंकवादी संगठनों को शरण देता है।" थरूर ने यह भी बताया कि ये संगठन पाकिस्तान में सक्रिय हैं और वहां से अन्य देशों में भेजे जाते हैं।
थरूर की कूटनीतिक कुशलता
थरूर और स्लुत्स्की के बीच फ्रेंच में हुई बातचीत सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिससे उनकी भाषाई कुशलता की सराहना हुई। थरूर ने बैठक के बाद लिखा, "स्लुत्स्की से मिलकर अच्छा लगा, हमने क्षेत्रीय शांति और संसदीय सहयोग पर चर्चा की।"
प्रधानमंत्री से मुलाकात
रिपोर्ट्स के अनुसार, थरूर ने मास्को जाने से पहले प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। थरूर एक प्रसिद्ध लेखक और पूर्व राजनयिक हैं, जो भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।
कांग्रेस में थरूर की स्थिति
थरूर की बौद्धिक स्पष्टता और वैश्विक दृष्टिकोण उनकी सबसे बड़ी ताकत हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण किताबें लिखी हैं और कांग्रेस पार्टी में उदारवादी विचारों के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, उनके और पार्टी नेतृत्व के बीच कभी-कभी मतभेद भी रहे हैं।
भविष्य की राजनीतिक संभावनाएं
हाल ही में थरूर ने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए एक लेख लिखा, जिससे कांग्रेस हाईकमान नाराज हो गया। हालांकि, थरूर ने स्पष्ट किया कि उनका लेख भाजपा में शामिल होने का संकेत नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय एकता का संदेश है।