शरद पवार ने पार्थ पवार विवाद से खुद को अलग किया
शरद पवार का पार्थ पवार विवाद पर बयान
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने अपने पोते पार्थ पवार से जुड़े विवाद से खुद को अलग कर लिया है। पार्थ पर पुणे में एक महत्वपूर्ण भूमि सौदे में अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। इस संदर्भ में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए शरद पवार ने स्पष्ट किया कि परिवार और राजनीति को अलग-अलग दृष्टिकोण से देखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बेटी और सांसद सुप्रिया सुले की टिप्पणियाँ उनके व्यक्तिगत विचारों को दर्शाती हैं। शरद पवार ने कहा, "मेरे लिए परिवार और राजनीति अलग हैं।"
सुप्रिया सुले की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया
जब सुप्रिया सुले की टिप्पणियों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "सुप्रिया ने जो कहा वह उनका व्यक्तिगत विचार है।" पार्थ पवार के खिलाफ एफआईआर न होने के सवाल पर उन्होंने कहा, "इस बारे में देवेंद्र फडणवीस ही जानकारी दे सकते हैं।" यह टिप्पणी उस समय आई है जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक जांच समिति का गठन किया है, जो पार्थ पवार से संबंधित कंपनी अमेडिया एंटरप्राइजेज एलएलपी के पुणे भूमि लेनदेन में भ्रष्टाचार और प्रक्रियात्मक उल्लंघनों की जांच करेगी।
भूमि सौदे की जांच
यह भूमि सौदा, जो पहली बार 2022 में चर्चा में आया था, कोरेगांव पार्क के पास मुंधवा में 40 एकड़ के एक प्लॉट से संबंधित है, जिसकी अनुमानित कीमत ₹1,800 करोड़ है। विपक्षी दलों का आरोप है कि यह प्लॉट केवल ₹300 करोड़ में बेचा गया और इस लेन-देन में ₹21 करोड़ की स्टाम्प ड्यूटी में अनुचित छूट शामिल थी। जांच में यह भी देखा जाएगा कि क्या वैधानिक प्रक्रियाओं का पालन किया गया और क्या इसमें राजनीतिक प्रभाव की कोई भूमिका थी।
अजीत पवार का स्पष्टीकरण
उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने गड़बड़ी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि भूमि हस्तांतरण से उनका कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा, "इस भूमि सौदे से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैं किसी भी गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं करूंगा। मैं मामले की बारीकियों का व्यक्तिगत रूप से विश्लेषण करूंगा।" उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कभी भी किसी अधिकारी को अपने रिश्तेदार या पार्टी कार्यकर्ता को लाभ पहुँचाने के लिए नहीं बुलाया और जोर देकर कहा कि बड़े हो चुके बच्चे स्वतंत्र रूप से अपने कार्य करते हैं।
