वेस्ट इंडीज के कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंपायरिंग पर उठाए सवाल

वेस्ट इंडीज के कप्तान रोस्टन चेज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में अंपायरिंग निर्णयों की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि संदिग्ध कॉल ने उनकी टीम की हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चेज ने अंपायरों की जवाबदेही की मांग की और खेल में निर्णयों के प्रभाव पर चर्चा की। जानें इस विवाद के पीछे की कहानी और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान की प्रतिक्रिया।
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वेस्ट इंडीज के कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंपायरिंग पर उठाए सवाल

कप्तान की कड़ी आलोचना

वेस्ट इंडीज के कप्तान रोस्टन चेज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में 159 रन की हार के दौरान अंपायरिंग निर्णयों की कड़ी आलोचना की। चेज के अनुसार, "संदिग्ध कॉल" ने उनकी टीम को प्रभावित किया और खेल के परिणाम में एक "बड़ा कारक" साबित हुआ।


कोच की चिंता

दूसरे दिन के अंत में, वेस्ट इंडीज के मुख्य कोच डैरेन सैमी ने बारबाडोस में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में टीवी अंपायर एड्रियन होल्डस्टॉक के प्रदर्शन पर चिंता व्यक्त की। उनकी नाराजगी का मुख्य कारण चेज का एल्बीडब्ल्यू आउट होना था, जो संभवतः अंदरूनी किनारे के बावजूद हुआ।


खेल का मोड़

तीसरे दिन की शुरुआत में, खेल संतुलित स्थिति में था, जब ऑस्ट्रेलिया 82 रन पर छह विकेट खो चुका था। लेकिन अंततः, यह मैच मेहमान टीम की व्यापक जीत के साथ समाप्त हुआ। चेज ने कहा, "यह खेल मेरे और टीम के लिए निराशाजनक था क्योंकि हमने ऑस्ट्रेलिया को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर आउट किया।"


संदिग्ध निर्णयों का प्रभाव

चेज ने कहा, "हम बहुत खुश थे। लेकिन खेल में कई संदिग्ध कॉल थे, और उनमें से कोई भी हमारे पक्ष में नहीं गया। एक खिलाड़ी के रूप में, आप अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए मैदान पर होते हैं, और फिर कुछ भी आपके पक्ष में नहीं होता।"


अंपायरों की जवाबदेही

वेस्ट इंडीज के कप्तान ने अंपायरों के गलत निर्णयों के लिए अधिक जवाबदेही की मांग की और "स्पष्ट निर्णयों" के लिए दंड लगाने की बात की। उन्होंने कहा, "यह स्पष्ट है कि कोई भी इन निर्णयों से दुखी होगा। जब हम गलत करते हैं, तो हमें कठोर दंड मिलता है, लेकिन अधिकारियों के लिए ऐसा कुछ नहीं होता।"


ऑस्ट्रेलियाई कप्तान की प्रतिक्रिया

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने कहा कि वे अंपायरिंग के मुद्दों को नहीं उठाएंगे। उन्होंने कहा, "हम अपील करते हैं और अगर हमें लगता है कि यह करीब है, तो DRS का उपयोग करते हैं और बाकी को अंपायरों पर छोड़ देते हैं।"