विपक्षी गठबंधन ने निर्वाचन आयोग पर लगाया गंभीर आरोप

विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' ने निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि 5,000 से अधिक निवासियों को गलत तरीके से बिहार में मतदाता के रूप में पंजीकृत किया गया है। कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला और राजद के मनोज कुमार झा ने इस मुद्दे पर एक संवाददाता सम्मेलन में जानकारी दी। हालांकि, पश्चिम चंपारण जिला प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज किया है, यह कहते हुए कि यह केवल एक मसौदा सूची है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और प्रशासन का क्या कहना है।
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विपक्षी गठबंधन ने निर्वाचन आयोग पर लगाया गंभीर आरोप

आरोपों का केंद्र: मतदाता पंजीकरण में अनियमितता

विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' ने मंगलवार को यह दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को फायदा पहुंचाने के लिए निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश के 5,000 से अधिक निवासियों को बिहार के एक निकटवर्ती जिले में मतदाता के रूप में पंजीकृत किया है।


कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज कुमार झा ने मधुबनी जिले के फुलपरास में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह आरोप लगाया।


उन्होंने एक 45 वर्षीय व्यक्ति का उदाहरण देते हुए कहा कि संदिग्ध मतदाता मुख्य रूप से पश्चिमी चंपारण जिले के वाल्मीकि नगर विधानसभा क्षेत्र में पंजीकृत हैं।


उनका कहना था कि उस व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में है, जबकि वह वास्तव में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के खड्डा विधानसभा क्षेत्र का मतदाता है।


हालांकि, पश्चिम चंपारण जिला प्रशासन ने इस आरोप को खारिज करते हुए एक बयान जारी किया, जिसे मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय द्वारा साझा किया गया।


बयान में कहा गया है कि यह एक मसौदा मतदाता सूची है, जिसे निर्वाचन आयोग ने एक अगस्त को प्रकाशित किया था, और यह अंतिम मतदाता सूची नहीं है। मसौदा सूची का उद्देश्य दावों और आपत्तियों को आमंत्रित करना है।


प्रशासन ने यह भी कहा कि संवाददाता सम्मेलन में 5,000 से अधिक संदिग्ध मतदाताओं का आंकड़ा बिना किसी ठोस सबूत के प्रस्तुत किया गया, जो कि एक काल्पनिक आंकड़ा प्रतीत होता है।