विनय कटियार का विवादास्पद बयान: मुसलमानों को अयोध्या छोड़ने की सलाह

कटियार का बयान

भाजपा के नेता और पूर्व सांसद विनय कटियार ने बुधवार को एक विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि मुसलमानों को अयोध्या छोड़ देना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस धार्मिक स्थल पर किसी भी मस्जिद का निर्माण नहीं होने दिया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कटियार का बयान
राम मंदिर आंदोलन से जुड़े कटियार ने यह टिप्पणी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की, जब उनसे धन्नीपुर मस्जिद के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) न मिलने के कारण योजना को अस्वीकार करने के बारे में पूछा गया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद की जगह किसी भी मस्जिद का निर्माण नहीं होने दिया जाएगा।
‘बाहर निकालेंगे फिर दीवाली मनाएंगे’
कटियार ने कहा कि अयोध्या में रहने वाले मुसलमानों को यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि हम उन्हें किसी भी कीमत पर अयोध्या से बाहर निकालेंगे और फिर धूमधाम से दिवाली मनाएंगे। कटियार ने यह भी कहा कि मुसलमानों का अयोध्या से "कोई लेना-देना नहीं" है और उन्हें यह जिला खाली करके सरयू नदी पार कर जाना चाहिए।
अवधेश प्रसाद की प्रतिक्रिया
अयोध्या से सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कटियार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कटियार का दिमाग कमजोर हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह देश किसी एक धर्म के अनुयायियों का नहीं है, बल्कि यहां रहने वाले सभी धर्मों के लोगों का है।
विनय कटियार का राजनीतिक सफर
विनय कटियार राम मंदिर आंदोलन के एक प्रमुख नेता रहे हैं। बजरंग दल के संस्थापक के रूप में, उन्होंने कारसेवकों को संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में 32 आरोपियों में से एक थे, लेकिन 2020 में एक विशेष सीबीआई अदालत ने उन्हें और अन्य आरोपियों को बरी कर दिया।
उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भाजपा की छात्र शाखा ABVP से की थी और 1984 में राम जन्मभूमि आंदोलन को गति देने के लिए विश्व हिंदू परिषद (VHP) की युवा शाखा बजरंग दल की स्थापना की। भाजपा ने कटियार को 1991, 1996 और 1999 में अयोध्या (तब फैजाबाद) से टिकट दिया और वे सांसद बने। इसके अलावा, वे 2006 से 2012 और 2012 से 2018 तक भाजपा से राज्यसभा सांसद भी रहे।