वित्त मंत्री ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को ऋण वृद्धि के लिए प्रेरित किया

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा की गई ब्याज दर में कटौती का लाभ उठाने और अर्थव्यवस्था के उत्पादक क्षेत्रों को अधिक ऋण देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने वित्तीय प्रदर्शन की समीक्षा के दौरान मुनाफे की वृद्धि बनाए रखने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। वित्त वर्ष 2024-25 में पीएसबी का मुनाफा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। बैठक में विभिन्न सरकारी योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
 | 
वित्त मंत्री ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को ऋण वृद्धि के लिए प्रेरित किया

वित्त मंत्री का बैंकों के लिए संदेश

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) से आग्रह किया कि वे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा की गई आधा प्रतिशत की ब्याज दर में कटौती का लाभ उठाते हुए अर्थव्यवस्था के उत्पादक क्षेत्रों को अधिक ऋण प्रदान करें।


सूत्रों के अनुसार, सीतारमण ने पीएसबी के प्रमुखों के साथ एक बैठक में वित्तीय प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए वित्त वर्ष 2025-26 में मुनाफे की वृद्धि बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।


वित्त वर्ष 2024-25 में 12 पीएसबी का कुल मुनाफा बढ़कर रिकॉर्ड 1.78 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 26 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान लाभ में सालाना आधार पर लगभग 37,100 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई।


सूत्रों के मुताबिक, वित्त मंत्री को उम्मीद है कि आरबीआई द्वारा की गई ब्याज दर में कटौती के बाद पीएसबी की ऋण वृद्धि में सुधार देखने को मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि वित्तीय समावेश को बढ़ावा देने के लिए बैंकों को सरकारी योजनाओं में अधिक से अधिक ग्राहकों को शामिल करना चाहिए।


बैठक में किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम मुद्रा योजना और तीन सामाजिक सुरक्षा योजनाओं - प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना (एपीवाई) की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई।