वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग की

वाईएसआरसीपी प्रमुख की गंभीर आरोप
वाईएस जगन मोहन रेड्डी, जो युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के नेता हैं, ने आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर कानून-व्यवस्था के मामले में गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वाईएसआरसीपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है, साथ ही उन्हें अवैध गिरफ्तारियों और राजनीतिक उत्पीड़न का शिकार बनाया जा रहा है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर उन्होंने सवाल उठाया, "जब राजनीतिक नेताओं और आम नागरिकों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है, कानून-व्यवस्था बिगड़ रही है और संविधान का उल्लंघन हो रहा है, तो राष्ट्रपति शासन क्यों नहीं लगाया जाना चाहिए?"
उन्होंने शुक्रवार को गुंटूर जिले के मन्नवा गांव में दलित ग्राम पंचायत अध्यक्ष नागमल्लेश्वर राव पर हुए हालिया हमले का जिक्र करते हुए कहा कि यह राज्य में अराजकता का संकेत है। इस घटना का वीडियो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
जगन ने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ तेदेपा की बात न मानने पर वाईएसआरसीपी कार्यकर्ताओं पर हमले किए जा रहे हैं। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि क्या चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में लोग वास्तव में सुरक्षित हैं। इस बीच, वाईएसआरसीपी के एससी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष टीजेआर सुधाकर बाबू ने नायडू पर दलितों का अपमान करने का आरोप लगाया।