लोकसभा में नारेबाजी के बीच विधायी कार्यवाही प्रभावित
लोकसभा में हाल ही में हुई नारेबाजी ने विधायी कार्यवाही को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। भाजपा सांसदों ने अध्यक्ष ओम बिरला का स्वागत जय श्री राम के नारों के साथ किया, जबकि विपक्ष ने अस्सलाम अलैकुम कहकर प्रतिक्रिया दी। इस हंगामे के कारण सदन को बार-बार स्थगित करना पड़ा। गोवा राज्य के विधानसभा क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का विधेयक पारित होने के बावजूद, अन्य महत्वपूर्ण विधेयक अटक गए हैं। जानें इस घटनाक्रम के बारे में और अधिक जानकारी।
Aug 6, 2025, 15:31 IST
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संसद में हंगामे का माहौल
लोकसभा में एक नाटकीय दृश्य देखने को मिला जब भाजपा सांसदों ने अध्यक्ष ओम बिरला का स्वागत जय श्री राम के नारों के साथ किया, जबकि विपक्षी सदस्यों ने अस्सलाम अलैकुम, सर कहकर जवाब दिया। इस नारेबाजी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है। बुधवार को संसद की कार्यवाही विधायी चर्चा के बजाय नारेबाजी और विरोध प्रदर्शनों से प्रभावित रही। विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा दोनों को दो बार स्थगित करना पड़ा। यह अराजकता पिछले 11 से अधिक बैठकों से जारी है, और मानसून सत्र अब तक काफी हद तक अनुत्पादक साबित हुआ है।
लोकसभा ने गोवा राज्य के विधानसभा क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का पुनर्समायोजन विधेयक, 2024 को पारित करने में सफलता प्राप्त की। हालांकि, जारी गतिरोध के कारण अन्य विधायी मुद्दे अटक गए हैं। सरकार ने बुधवार को पांच महत्वपूर्ण विधेयक पारित करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन विपक्ष के हंगामे के चलते सदन में केवल एक ही विधेयक पारित हो सका। राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच उस समय बहस हुई जब खड़गे ने आरोप लगाया कि उच्च सदन में सीआईएसएफ कर्मियों को तैनात किया गया है।