लोकसभा में VB-G RAM G विधेयक पर विपक्ष का विरोध, सदन स्थगित

लोकसभा में VB-G RAM G विधेयक के पारित होने के खिलाफ विपक्ष ने जोरदार प्रदर्शन किया, जिसके चलते सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य मंत्री सदन में उपस्थित थे। राज्यसभा का 269वां सत्र उपराष्ट्रपति के विदाई भाषण के साथ समाप्त हुआ, जिसमें सदन की उत्पादकता पर चर्चा की गई। इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को मंजूरी दी गई, जबकि चुनाव सुधारों पर भी चर्चा हुई। जानें इस घटनाक्रम के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
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लोकसभा में VB-G RAM G विधेयक पर विपक्ष का विरोध, सदन स्थगित

सदन का स्थगन और विपक्ष का विरोध

वीबी-जी राम जी विधेयक के पारित होने के खिलाफ विपक्ष के प्रदर्शनों के बीच, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो हाल ही में तीन देशों की यात्रा से लौटे थे, इस दिन सदन में उपस्थित थे। राज्यसभा के सभापति उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने सुबह 11 बजे सदन के पुनः प्रारंभ होने के कुछ समय बाद ही इसे स्थगित कर दिया। स्थगन से पहले सदन में विभिन्न बयान और रिपोर्टें प्रस्तुत की गईं।


विपक्ष का प्रदर्शन

इस बीच, विपक्ष ने रोजगार एवं आजीविका मिशन (ग्रामीण) (VB-G RAM G) विधेयक के पारित होने के खिलाफ अपना विरोध जारी रखा। शुक्रवार को, एकजुट विपक्ष ने संसद के बाहर प्रदर्शन किया, जबकि तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सदन के प्रवेश द्वार की सीढ़ियों पर प्रदर्शन करते रहे। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, जो इस समय जर्मनी में हैं, ने विधेयक की आलोचना करते हुए इसे जानबूझकर राष्ट्र-विरोधी और ग्राम-विरोधी करार दिया।


राज्यसभा का सत्र

राज्यसभा का 269वां सत्र शुक्रवार को उपराष्ट्रपति और सभापति के विदाई भाषण के साथ समाप्त हुआ। सभापति सीपी राधाकृष्णन ने शीतकालीन सत्र की उत्पादकता और रचनात्मक बहसों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह सत्र विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह उनके पदभार ग्रहण के बाद पहली बार था जब उन्होंने सदन की अध्यक्षता की। उन्होंने प्रधानमंत्री, मंत्रियों, जे.पी. नड्डा, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और सभी सदस्यों को बधाई देने के लिए आभार व्यक्त किया।


सदन की कार्यवाही

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि इस सत्र में 15 बैठकें हुईं। उन्होंने कहा कि सदन की कार्य उत्पादकता लगभग 111 प्रतिशत रही। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उपस्थित थे। अठारहवीं लोकसभा के छठे सत्र में सदन ने आठ सरकारी विधेयकों को मंजूरी दी, जिनमें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) की जगह लाया गया ‘विकसित भारत-जी राम जी विधेयक, 2025’ शामिल है।


अन्य विधेयक

सदन ने ‘भारत के रुपांतरण के लिए नाभिकीय ऊर्जा का संधारणीय दोहन और अभिवर्द्धन (शांति) विधेयक, 2025’, ‘सबका बीमा सबकी रक्षा (बीमा कानूनों में संशोधन) विधेयक, 2025’ और वर्ष 2025-26 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगें-प्रथम बैच और संबंधित विनियोग (संख्याक 4) विधेयक, 2025 को भी पारित किया। इसके अलावा, 71 पुराने कानूनों को निरस्त और संशोधित करने के प्रस्ताव वाले ‘निरसन और संशोधन विधेयक, 2025’ को भी निम्न सदन की स्वीकृति मिली।


चुनाव सुधारों पर चर्चा

सदन में राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने और चुनाव सुधारों के मुद्दे पर चर्चा भी हुई। विपक्ष ने मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा कराने की मांग की थी, जिसके कारण शीतकालीन सत्र के शुरुआती दो दिन सदन की कार्यवाही बाधित रही। अंततः चुनाव सुधारों पर चर्चा की सहमति बनी और सदन में कामकाज शुरू हुआ।