लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने बीजेपी में ली सदस्यता, समाजसेवा का किया वादा

मैथिली ठाकुर का बीजेपी में शामिल होना
प्रसिद्ध युवा गायिका मैथिली ठाकुर ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सदस्यता ग्रहण की है। वह लोक गीतों, शास्त्रीय संगीत और भजन गायन के लिए जानी जाती हैं।
मैथिली ने मंगलवार को पटना में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में बीजेपी में शामिल होने की घोषणा की।
इस अवसर पर बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, "पूरी दुनिया मिथिला की बेटी लोक गायिका मैथिली ठाकुर को सलाम करती है।"
उन्होंने आगे कहा, "हम सब ने ठान लिया है कि एनडीए की सरकार को लाना है।"
जायसवाल ने यह भी कहा, "बिहार एनडीए सरकार में आगे बढ़ेगा और विकास करेगा। महिलाओं का सशक्तीकरण, गरीबों का कल्याण, युवाओं का भविष्य और किसानों का कल्याण हमारी प्राथमिकता है।"
मैथिली ठाकुर ने पार्टी में शामिल होने के बाद कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित हैं और नीतीश कुमार के सहयोग के लिए खड़ी हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया, "राजनीतिक दल में शामिल होना यह नहीं है कि मैं नेता बनने आई हूं। मैं समाजसेवा के लिए आई हूं। मैं मिथिला की बेटी हूं और मेरे प्राण मिथिलांचल में बसते हैं।"
चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह केवल पार्टी का सहयोग करने आई हैं और जो भी आदेश पार्टी देगी, उसका पालन करेंगी।
इससे पहले, पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा था कि चुनाव लड़ने का उनका कोई इरादा नहीं है।
बीजेपी में शामिल होने से पहले, मैथिली ने कहा था कि वह बिहार में एनडीए का भविष्य देखती हैं, क्योंकि उन्होंने एनडीए सरकार में बदलाव देखा है।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि मैथिली ठाकुर चुनाव लड़ेंगी या नहीं। इसी दिन बीजेपी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची भी जारी की।
इस सूची में 71 नाम शामिल हैं, जिनमें नौ महिलाएं भी हैं।
पार्टी ने उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को तारापुर, विजय कुमार सिन्हा को लखीसराय, नितिन नबीन को बांकीपुर और रेनू देवी को बेतिया से टिकट दिया है।
इसके अलावा, गायत्री देवी परिहार, नीरज कुमार सिंह बबलू, तारकिशोर प्रसाद, मंगल पांडे और डॉ. प्रेम कुमार को भी टिकट दिया गया है।
रामकृपाल को दानापुर से टिकट दिया गया है, लेकिन सूची में नंदकिशोर का नाम नहीं है।
मैथिली ठाकुर का परिचय
मैथिली ठाकुर पिछले पांच वर्षों से सोशल मीडिया पर एक प्रसिद्ध चेहरा हैं।
वह तब सुर्खियों में आईं जब उन्होंने अपने दो भाइयों के साथ मिलकर यूट्यूब पर गीतों के वीडियो अपलोड करना शुरू किया।
आज उनकी उम्र लगभग 25 वर्ष है और यूट्यूब पर उनके पांच मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं। इंस्टाग्राम पर उनके 6.4 मिलियन फॉलोअर्स हैं।
मैथिली ठाकुर मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले से हैं, लेकिन उनकी शिक्षा और परवरिश दिल्ली में हुई है।
उनके पिता रमेश ठाकुर भी एक संगीतकार रहे हैं, जिन्होंने हमेशा संगीत का माहौल बनाए रखा।
रमेश ठाकुर ने मैथिली और उनके भाइयों के गीत गाते हुए वीडियो पहले यूट्यूब पर अपलोड किए, जिसमें उनकी जुगलबंदी देखने लायक थी।
मैथिली के बड़े भाई तबले पर और छोटे भाई अन्य वाद्ययंत्रों पर साथ रहते थे। अब मैथिली के लोक गीतों, शास्त्रीय गायन और भजन के कई एलबम आ चुके हैं।
वह अपने लोक गीतों, शास्त्रीय गायन और भजन के वीडियो अपने यूट्यूब अकाउंट पर भी साझा करती हैं, जिसमें भोजपुरी और मैथिली भाषा के गीत शामिल हैं।