लोक अदालत 2025: ट्रैफिक चालान निपटाने का सुनहरा मौका

लोक अदालत 2025 का आयोजन
भारत भर में वाहन मालिकों को आज, 13 सितंबर 2025 को राष्ट्रीय लोक अदालत में अपने लंबित ट्रैफिक चालान निपटाने का अवसर मिलेगा। यह लोक अदालत देशभर के न्यायालयों में आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य छोटे ट्रैफिक उल्लंघनों जैसे हेलमेट या सीट बेल्ट न पहनना, तेज गति से चलाना, गलत पार्किंग, या प्रदूषण नियंत्रण (PUC) प्रमाणपत्र न होना है।
लाभ और प्रक्रिया
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले नागरिकों को कम जुर्माना या पूरी छूट का लाभ मिल सकता है, जिससे वे समय और पैसे की बचत कर सकते हैं और लंबे न्यायालय की प्रक्रियाओं से बच सकते हैं।
हालांकि, गंभीर अपराध जैसे शराब पीकर गाड़ी चलाना, हिट-एंड-रन घटनाएं, और लापरवाह ड्राइविंग से होने वाली मौतें इस प्रक्रिया में शामिल नहीं होंगी। सरकार का उद्देश्य इस एक दिवसीय प्लेटफॉर्म के माध्यम से न्यायालयों पर दबाव कम करना और लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
दिल्ली में लोक अदालत में भाग लेने की प्रक्रिया
दिल्ली लोक अदालत में भाग लेने के लिए, आवेदकों को ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। इसके लिए निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:
- दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की वेबसाइट traffic.delhipolice.gov.in पर जाएं
- ‘दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण’ विकल्प चुनें
- पूर्ण नाम, संपर्क नंबर, वाहन पंजीकरण संख्या और लंबित चालान की जानकारी भरें
- फॉर्म को समीक्षा के बाद सबमिट करें
सफल पंजीकरण के बाद, आवेदकों को ईमेल द्वारा एक टोकन नंबर और नियुक्ति पत्र प्राप्त होगा।
सुनवाई के दिन आवश्यक दस्तावेज
सुनवाई के दिन वाहन मालिकों को निम्नलिखित दस्तावेज लाने होंगे:
- प्रिंटेड नियुक्ति पत्र
- टोकन नंबर
- मूल दस्तावेज, जिसमें वाहन के कागजात और चालान रसीदें शामिल हैं
अधिकारियों ने सलाह दी है कि वे सुनवाई शुरू होने से कम से कम एक घंटे पहले स्थल पर पहुंचें।
योग्य ट्रैफिक चालान
आगामी लोक अदालत में निम्नलिखित छोटे ट्रैफिक उल्लंघनों के लिए छूट या कम जुर्माना दिया जाएगा:
- सीट बेल्ट या हेलमेट न पहनना
- ट्रैफिक सिग्नल की अनदेखी करना
- तेज गति से चलाना
- गलत पार्किंग
- वैध PUC के बिना गाड़ी चलाना
- नंबर प्लेट का न होना
- वाहन फिटनेस प्रमाणपत्र का अभाव
- गलत लेन में गाड़ी चलाना
- वैध लाइसेंस के बिना गाड़ी चलाना
- गलती से जारी चालान
- विशेष रूप से सूचीबद्ध उल्लंघनों के अलावा अन्य
छूट के तहत नहीं आने वाले गंभीर उल्लंघन
गंभीर उल्लंघनों के लिए राहत नहीं मिलेगी, जिनमें शामिल हैं:
- शराब के प्रभाव में गाड़ी चलाना
- हिट-एंड-रन मामले
- लापरवाह ड्राइविंग से होने वाली मौतें
- अवयस्क ड्राइविंग
- गैरकानूनी रेसिंग या स्पीड ट्रायल
- अपराध से जुड़े वाहन
- पहले से न्यायालय में चल रहे मामले
- अन्य राज्यों से जारी चालान
दिल्ली में लोक अदालत के स्थान
दिल्ली में लोक अदालत सत्र निम्नलिखित स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे:
- द्वारका कोर्ट
- तिस हजारी कोर्ट
- रोहिणी कोर्ट
- रॉस एवेन्यू कोर्ट
- कर्कार्डूमा कोर्ट
- पटियाला हाउस कोर्ट
- साकेत कोर्ट
अतिरिक्त सत्र भी निम्नलिखित स्थानों पर होंगे:
- दिल्ली उच्च न्यायालय
- जिला न्यायालय
- दिल्ली राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग
- ऋण वसूली न्यायालय
- उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग
- स्थायी लोक अदालतें
नागरिकों के लिए प्रमुख लाभ
लोक अदालत के माध्यम से नागरिक निम्नलिखित लाभ उठा सकते हैं:
- छोटे उल्लंघनों का निपटारा कम या माफ किए गए जुर्माने के साथ
- कानूनी खर्चों से बचना
- लंबी न्यायालय की प्रक्रियाओं से बचकर समय की बचत करना
- न्यायपालिका को अधिक गंभीर मामलों पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति देना
यह पहल ट्रैफिक कानूनों के अनुपालन को बढ़ावा देती है और छोटे विवादों के समाधान को तेज करती है।