लॉस एंजेलेस में रिपोर्टर पर पुलिस की गोलीबारी, प्रदर्शनकारियों का उग्र विरोध

लॉस एंजेलेस में अवैध प्रवासियों के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों के दौरान एक महिला रिपोर्टर को पुलिस ने गोली मार दी। यह घटना उस समय हुई जब वह लाइव रिपोर्टिंग कर रही थीं। राष्ट्रपति ट्रंप ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नेशनल गार्ड को तैनात किया है। जानें इस हिंसक विरोध प्रदर्शन के पीछे का कारण और ट्रंप का क्या कहना है।
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लॉस एंजेलेस में रिपोर्टर पर पुलिस की गोलीबारी, प्रदर्शनकारियों का उग्र विरोध

अमेरिका में बढ़ती हिंसा

अमेरिका के लॉस एंजेलेस में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने हिंसा का सहारा लिया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नेशनल गार्ड को तैनात किया है। इस बीच, एक महिला रिपोर्टर को पुलिस द्वारा गोली मारने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला रिपोर्टर लाइव रिपोर्टिंग कर रही थी, तभी पुलिस ने उन्हें गोली मार दी।


रिपोर्टर की पहचान

रिपोर्टर का नाम लॉरेन टोमासी बताया जा रहा है, जो ऑस्ट्रेलिया की नागरिक हैं। वह लॉस एंजेलेस में चल रहे विरोध प्रदर्शनों की लाइव रिपोर्टिंग कर रही थीं, जब उन्हें गोली लगी।


प्रदर्शन का कारण

ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में कुछ क्षेत्रों में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई की थी, जिसके बाद गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू हुआ। इस कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ, जो जल्दी ही हिंसक रूप ले लिया। लॉस एंजेलेस में प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों में आग लगा दी और पुलिस पर पत्थर फेंके।


गोलीबारी की घटना

लॉरेन टोमासी ने बताया कि वह घंटों तक उस क्षेत्र में खड़ी थीं, जब स्थिति अचानक बिगड़ गई। पुलिस ने रबर की गोलियां चलानी शुरू कीं, और इसी दौरान एक गोली उनके पैरों पर लगी। वीडियो में यह घटना स्पष्ट रूप से कैद हो गई।


ट्रंप का बयान

राष्ट्रपति ट्रंप ने लॉस एंजेलेस में बढ़ती हिंसा को नियंत्रित करने के लिए 2,000 नेशनल गार्ड्स की तैनाती का आदेश दिया है। उन्होंने कैलिफोर्निया के गवर्नर और लॉस एंजेलेस के मेयर को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया है। ट्रंप ने कहा कि संघीय सरकार इस अराजकता को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप कर रही है।