लीवर स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक उपाय: गिलोय और इलायची का महत्व

आज की जीवनशैली और लीवर स्वास्थ्य
वर्तमान समय में, हमारी दिनचर्या इतनी व्यस्त हो गई है कि हम अपने खानपान का ध्यान रखने में असमर्थ हैं। इसके परिणामस्वरूप, विभिन्न प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें लीवर की समस्याएं आम हैं। खराब लीवर से पाचन क्रिया प्रभावित होती है।
लीवर की खराबी के संकेत
लीवर की खराबी एक गंभीर समस्या है। जब लीवर ठीक से काम नहीं करता, तो व्यक्ति भारी भोजन नहीं कर पाता और पसंदीदा व्यंजनों का सेवन भी मुश्किल हो जाता है।
गिलोय: लीवर के लिए एक वरदान
गिलोय की पत्तियां स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती हैं। इनमें ऐसे तत्व होते हैं जो लीवर से संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। यदि किसी को लीवर की समस्या है, तो 15 से 20 गिलोय की पत्तियों को 10 से 15 किशमिश के साथ मिलाकर कूटकर नियमित रूप से सेवन करने से लाभ मिलता है।
इलायची का उपयोग
इलायची एक सामान्य मसाला है जो आसानी से उपलब्ध है। इसे सौंफ और सोंठ के साथ मिलाकर एक चौथाई चम्मच की मात्रा में लेकर, दो चम्मच पानी के साथ हल्का गर्म करके पीने से लीवर की समस्याओं में राहत मिलती है और पाचन क्षमता भी बेहतर होती है।
पत्तों का रस: एक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प
फलों के रस की तुलना में, पत्तों का रस अधिक पौष्टिक होता है। नियमित रूप से पत्तों का रस पीने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। इसमें मौजूद मिनरल और पोषक तत्व रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। एक कप पत्तों का रस रोजाना पीने से लीवर से जुड़ी समस्याओं में सुधार होता है।