लालू प्रसाद का विवाद: अंबेडकर की तस्वीर को लेकर उठे सवाल

आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव एक वायरल वीडियो के कारण विवादों में हैं, जिसमें उनके पैरों के पास बाबासाहेब अंबेडकर की तस्वीर रखी गई है। इस घटना पर भाजपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, आरोप लगाते हुए कि यह दलितों के प्रति अपमान है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने इस पर सवाल उठाए हैं, यह कहते हुए कि यह राजद की असली पहचान को दर्शाता है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ।
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लालू प्रसाद का विवाद: अंबेडकर की तस्वीर को लेकर उठे सवाल

लालू प्रसाद का विवादास्पद वीडियो

आरजेडी के नेता लालू प्रसाद यादव एक विवाद में फंस गए हैं जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उनके पैरों के पास दलित नेता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर रखी गई थी। इस वीडियो में लालू एक सोफे पर बैठे नजर आ रहे हैं, जबकि उनके पैरों के पास एक अन्य सोफे पर अंबेडकर की तस्वीर रखी गई है। इसी दौरान एक समर्थक कमरे में प्रवेश करता है और तस्वीर को उनके पैरों के पास रखकर उनका अभिवादन करता है।


भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया

बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने इस घटना का एक वीडियो क्लिप साझा किया, जो उस समय का है जब पूर्व मुख्यमंत्री ने हाल ही में अपना 78वां जन्मदिन मनाया था। चौधरी ने आरोप लगाया कि यह घटना दर्शाती है कि लालू प्रसाद दलितों का अपमान करते हैं और उनके मन में दलित वर्ग के सबसे बड़े नेता के प्रति कोई सम्मान नहीं है। उन्होंने कहा, "वे अपने पैरों के पास भगवान की तस्वीरें भी रखवा सकते हैं।"


राजद की विचारधारा पर सवाल

भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि अनुसूचित जाति और दलितों का अपमान राजद और उसके सहयोगी कांग्रेस और भाजपा गठबंधन की असली पहचान है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लालू प्रसाद यादव के पैरों के नीचे अंबेडकर की तस्वीर रखी गई, यह राजद का असली चरित्र दर्शाता है। पूनावाला ने यह भी कहा कि राजद की विचारधारा संविधान के खिलाफ है और उनके लिए बाबा साहेब की तुलना में परिवार और जंगल राज अधिक महत्वपूर्ण है।


सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया