लाल किला विस्फोट: सुरक्षा एजेंसियों की उच्च स्तरीय बैठक
लाल किला विस्फोट: PMO और HMO की महत्वपूर्ण बैठक

नई दिल्ली। लाल किला विस्फोट ने राजधानी की सुरक्षा एजेंसियों को चौकस कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) और गृह मंत्रालय (HMO) के उच्च अधिकारियों के बीच मंगलवार की रात एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जो सुबह 3 बजे तक चली। इस बैठक में जांच में मिले नए सुराग और संभावित नेटवर्क की कड़ियों पर चर्चा की गई। जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, इंटेलिजेंस ब्यूरो, और दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। हालांकि, अधिकारियों ने आधिकारिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन सरकारी सूत्रों का कहना है कि जांच टीम को ऐसे संकेत मिले हैं जो विस्फोट के पीछे कई राज्यों में फैले एक संगठित समूह की संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं।
बैठक के दौरान सुरक्षा समीक्षा के साथ-साथ दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में चल रहे छापों की प्रगति पर भी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। सूत्रों के अनुसार, कुछ डिजिटल सबूत और कॉल रिकॉर्ड्स जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “प्रारंभिक निष्कर्ष बताते हैं कि यह घटना अकेली नहीं थी। इसके पीछे समन्वित योजना के संकेत हैं।”
राजधानी में रात भर सुरक्षा को बढ़ा दिया गया। लाल किला परिसर और उसके आसपास के क्षेत्रों में सीसीटीवी फुटेज की पुनरावलोकन की जा रही है। स्थानीय पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के बीच समन्वय को बढ़ाया गया है ताकि किसी भी संभावित खतरे का तुरंत जवाब दिया जा सके। बैठक के बाद पीएमओ और एचएमओ द्वारा आधिकारिक बयान जारी करने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल, जांच टीमें घटनास्थल और डिजिटल साक्ष्यों के विश्लेषण में जुटी हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार, अगले 48 घंटे इस जांच के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। आने वाले दिनों में कुछ गिरफ्तारियों की भी संभावना है।
सोमवार की शाम लाल किले के पास फोर्ट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास एक कार में जोरदार धमाका हुआ। इस हादसे में 09 लोगों की जान गई और 24 लोग घायल हुए।
