लद्दाख में आंदोलन के दौरान हिंसा, चार की मौत और 59 घायल

लद्दाख में केंद्र शासित प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन में चार लोगों की जान चली गई और 59 अन्य घायल हुए हैं। इस घटना को 1989 के बाद का सबसे गंभीर दिन माना जा रहा है। पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने भूख हड़ताल समाप्त कर दी है, जबकि प्रशासन ने कर्फ्यू लागू कर दिया है। गृह मंत्रालय ने वांगचुक को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
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लद्दाख में आंदोलन के दौरान हिंसा, चार की मौत और 59 घायल

लद्दाख में हिंसक प्रदर्शन

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर हुए संघर्ष में चार लोगों की जान चली गई, जबकि 59 अन्य घायल हुए हैं, जिनमें से 30 पुलिसकर्मी हैं.


यह घटना 1989 के बाद से लद्दाख का सबसे गंभीर हिंसक दिन माना जा रहा है.


सोनम वांगचुक की भूख हड़ताल

बुधवार को हुई हिंसा के बाद, पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची के विस्तार की मांग को लेकर अपनी 15 दिनों की भूख हड़ताल समाप्त कर दी.


कर्फ्यू और प्रशासनिक कार्रवाई

हिंसा की स्थिति को देखते हुए, प्रशासन ने लेह में कर्फ्यू लागू कर दिया है.


बुधवार रात को जारी एक बयान में, गृह मंत्रालय ने सोनम वांगचुक को इस हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया है, हालांकि वांगचुक ने अभी तक इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.