लखपति दीदी योजना: महिलाओं को बिना ब्याज लोन का लाभ

मोदी सरकार की लखपति दीदी योजना महिलाओं को बिना ब्याज के लोन प्रदान करती है, जिसका उद्देश्य आर्थिक सशक्तीकरण है। इस योजना के तहत एक लाख से लेकर पांच लाख रुपये तक का लोन उपलब्ध है, लेकिन इसका लाभ केवल सेल्फ हेल्प ग्रुप की सदस्यों को मिलेगा। पिछले साल के मुकाबले इस साल लाभार्थियों की संख्या को 3 करोड़ तक बढ़ाने की योजना है। जानें इस योजना के बारे में और अधिक जानकारी और इसके लाभ।
 | 
लखपति दीदी योजना: महिलाओं को बिना ब्याज लोन का लाभ

लखपति दीदी योजना का परिचय

मोदी सरकार ने महिलाओं के लिए लखपति दीदी योजना शुरू की है, जो उन्हें बिना ब्याज के लोन प्रदान करती है। यह लोन एक लाख से लेकर पांच लाख रुपये तक हो सकता है।


आर्थिक सशक्तीकरण का प्रयास

इस योजना का उद्देश्य महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण और वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देना है। हालांकि, इस लोन का लाभ केवल उन महिलाओं को मिलेगा जो सेल्फ हेल्प ग्रुप (SHG) की सदस्य हैं।


लाभार्थियों की संख्या में वृद्धि

पिछले वर्ष इस योजना के तहत लाभार्थियों की संख्या 2 करोड़ निर्धारित की गई थी, लेकिन वित्त मंत्री ने इसे बढ़ाकर 3 करोड़ करने की घोषणा की है। यह योजना महिलाओं की आय को एक लाख रुपये तक पहुंचाने के लिए बनाई गई है।


सेल्फ हेल्प ग्रुप की भूमिका

सेल्फ हेल्प ग्रुप ऐसे छोटे समूह होते हैं, जिनमें मुख्य रूप से ग्रामीण महिलाएं शामिल होती हैं। ये महिलाएं एक-दूसरे को लोन देने और पैसे बचाने के लिए एकत्रित होती हैं। भारत में लगभग 90 लाख SHG हैं, जिनमें 100 मिलियन महिला सदस्य हैं।


आय की गणना और योजना का कार्यान्वयन

लखपति दीदी योजना के तहत सालाना एक लाख रुपये की आय की गणना चार कृषि मौसमों या व्यापार चक्रों के आधार पर की जाती है। यह योजना ग्रामीण मंत्रालय द्वारा लागू की जाती है।


व्यापार प्रशिक्षण और लोन के उपयोग

इस योजना के अंतर्गत व्यवसाय प्रशिक्षण, बाजार में सामान पहुंचाना, और आवश्यक कौशल प्रदान करना शामिल है। लोन का उपयोग पोल्ट्री फार्मिंग, LED बल्ब निर्माण, खेती, मशरूम की खेती, और अन्य व्यवसायों के लिए किया जा सकता है।