लखनऊ में होटल कर्मचारी की हत्या: युवक ने गर्लफ्रेंड से मिलने के दौरान की वारदात

लखनऊ में एक युवक ने होटल कर्मचारी की हत्या कर दी, जब वह अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने आया था। मामूली विवाद के बाद आरोपी ने दिवाकर यादव पर तीन गोलियां चलाईं। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने उसे और उसकी साथी को हिरासत में ले लिया है। जानें इस घटना के बारे में और क्या जानकारी मिली है।
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लखनऊ में होटल कर्मचारी की हत्या: युवक ने गर्लफ्रेंड से मिलने के दौरान की वारदात

लखनऊ में हुई हत्या की घटना

लखनऊ में होटल कर्मचारी की हत्या: युवक ने गर्लफ्रेंड से मिलने के दौरान की वारदात


उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। चिनहट थाना क्षेत्र के एक होटल में एक युवक ने मामूली विवाद के चलते होटल के कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपी युवक एक युवती से मिलने के लिए होटल आया था, जहां उसके और होटल स्टाफ के बीच बहस हो गई। यह विवाद इतना बढ़ गया कि युवक ने होटल कर्मी को गोली मार दी।


घटना का विवरण

यह घटना विकल्प खंड स्थित होटल ईशान इन में हुई। मृतक की पहचान दिवाकर यादव (20) के रूप में हुई है। आरोपी युवक का नाम आकाश तिवारी है। आकाश होटल के कमरे नंबर 301 में ठहरी युवती से मिलने आया था। सोमवार की रात, दिवाकर यादव के साथ उसकी किसी बात पर बहस हो गई।


आरोपी ने तीन गोलियां चलाईं

सूत्रों के अनुसार, आकाश ने होटल में युवती के साथ आने और आईडी को लेकर सवाल उठाए, जिससे वह नाराज हो गया। वह कुछ समय के लिए होटल से चला गया, लेकिन थोड़ी देर बाद वापस आया और दिवाकर से फिर से झगड़ने लगा। इसके बाद, आकाश ने पिस्टल निकालकर दिवाकर पर तीन गोलियां चलाईं।


परिवार में शोक

घटना के बाद, आकाश युवती के साथ मौके से भाग गया। होटल के मालिक देवेंद्र मिश्रा ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने घायल दिवाकर को लोहिया हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। दिवाकर के पिता सतीश यादव और परिवार के अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे और बेटे की मौत से शोक में डूब गए।


पुलिस कार्रवाई

पुलिस ने होटल मालिक की शिकायत पर आकाश तिवारी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। आरोपी और उसकी महिला मित्र को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि पुलिस ने घटना के सीसीटीवी फुटेज को भी अपने कब्जे में ले लिया है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि विवाद मामूली बहस से शुरू हुआ और हत्या तक पहुंच गया।