लखनऊ में मां-बेटी की हत्या: प्रेम संबंध का खौफनाक अंत

लखनऊ में हुई दर्दनाक घटना

लखनऊ में 28 वर्षीय गीता और उनकी 6 साल की बेटी दीपिका की हत्या ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। गीता का शव उनके कमरे में पाया गया, जबकि उनकी बेटी का शव भी वहीं था। यह हत्या एक बंद कमरे में हुई, जिसने पुलिस को चौंका दिया।
जांच के दौरान पुलिस को गीता के दो स्मार्टफोन मिले। इनमें से एक फोन पर केवल सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप सक्रिय था, जबकि दूसरे फोन से कॉल की जाती थी। कॉल डिटेल्स की जांच करने पर चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
पुलिस ने पाया कि गीता ने पिछले 11 महीनों में एक नंबर पर 1694 बार बात की थी, लेकिन पिछले 20 दिनों से उस नंबर पर कोई कॉल नहीं की गई थी। यह नंबर विकास का था, जो गीता के पति का भतीजा था।
जांच में यह भी पता चला कि विकास और गीता के बीच कोरोना काल में अवैध संबंध बन गए थे। विकास पहले कुवैत में था, लेकिन गीता के बुलाने पर वापस आया। विकास पर 3 लाख रुपये का कर्ज हो गया और वह स्थानीय कपड़ों की दुकान में काम करने लगा।
गीता ने अक्सर विकास से पैसे और गहनों की मांग की। करवा चौथ पर साड़ी की मांग पूरी न होने पर दोनों के बीच बातचीत बंद हो गई। पिछले 20 दिनों से गीता ने विकास के फोन उठाना भी बंद कर दिया, जिससे वह परेशान हो गया।
15-16 की रात, विकास गीता के घर पीछे से घुसा। उसने गीता का ध्यान खींचने के लिए किचन में बर्तन गिराए। गीता ने इसे बिल्ली की आवाज समझकर दरवाजा खोला। विकास ने माफी मांगने की कोशिश की, लेकिन गीता ने बात करने से मना कर दिया।
गीता के कठोर शब्दों से आहत होकर विकास ने गुस्से में पास रखे डंडे से गीता के सिर पर वार किया। फिर किचन के चाकू से गीता को मार डाला।
गीता की चीखों से जागी दीपिका ने जब यह सब देखा, तो विकास ने गुस्से में उसे भी मार डाला। मासूम बच्ची को अपनी मां के साथ जान गंवानी पड़ी।
विकास को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। वह पुलिस के सामने रोने लगा और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। हत्या में इस्तेमाल डंडा और चाकू भी बरामद कर लिए गए। विकास ने बताया कि गुस्से और अस्वीकृति ने उसे यह कदम उठाने पर मजबूर किया।