लखनऊ में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की हत्या: आरोपी गिरफ्तार

लखनऊ में हत्या का मामला

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बंथरा क्षेत्र में लगभग डेढ़ महीने पहले चतुर्थ श्रेणी रेलवे कर्मचारी सिद्धि प्रसाद लोधी की हत्या की गई थी। पुलिस ने इस मामले में एक अन्य आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपी को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया। इस मामले के मुख्य आरोपी, सिद्धि प्रसाद की पत्नी और उसके प्रेमी को पहले ही 4 जून को जेल भेजा जा चुका था। शव की स्थिति इंस्पेक्टर बंथरा, राणा राजेश कुमार सिंह ने बताया कि सिद्धि प्रसाद लोधी का शव 24 मई की शाम को मिला था। शव मृतक के घर के पीछे, तालाब के किनारे झाड़ियों में अर्धनग्न अवस्था में पाया गया।
शव पर कई चोटों के निशान थे। सिद्धि की पत्नी मंजू देवी ने हत्या की आशंका जताते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। आरोपी संजय की गिरफ्तारी पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और शक की सुई पारा के नरपत खेड़ा निवासी आकाश वर्मा पर जाकर रुकी। आकाश की गिरफ्तारी के बाद उसने सच उगल दिया।
आकाश ने बताया कि सिद्धि की पत्नी मंजू देवी और उसके दोस्त संजय कश्यप ने मिलकर हत्या की योजना बनाई थी। 4 जून को पुलिस ने आकाश और सिद्धि की पत्नी को गिरफ्तार किया। इसके बाद संजय की तलाश शुरू की गई। पुलिस को सर्विलांस से पता चला कि संजय दिल्ली में है।
पुलिस की एक टीम ने दिल्ली जाकर संजय को सोनिया विहार से गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा संजय ने पुलिस को बताया कि वह और आकाश सरोजनीनगर के नादरगंज स्थित एक कंपनी में काम करते थे। वहीं उनकी पहचान हुई। मंजू, आकाश की मामी थी, जिससे वह मजाक करता था।
इस दौरान दोनों के बीच प्यार हो गया। जब सिद्धि घर पर नहीं होता, तो आकाश उसके घर में रात बिताता था। मंजू ने आकाश से कहा कि वह अपने पति से परेशान है और सिद्धि के अवैध संबंध हैं। उसने आकाश से कहा कि वह सिद्धि की हत्या कर दे, वरना वह आत्महत्या कर लेगी।
आकाश ने संजय को पैसे का लालच देकर हत्या की योजना बनाई। संजय ने बताया कि आकाश ने उसे 40 हजार रुपये देने का वादा किया था। घटनाक्रम का विवरण संजय ने बताया कि 24 मई की रात, मंजू ने आकाश को फोन कर बताया कि सिद्धि अकेला है। आकाश ने संजय को बुलाया और दोनों दरियापुर पहुंचे।
वहां, आकाश, संजय और मंजू ने मिलकर सिद्धि का गला प्लास्टिक की रस्सी से घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को तालाब के गड्ढे में फेंक दिया। आकाश ने लोहे की पाइप से सिद्धि के सिर पर कई वार किए। पुलिस से बचने के लिए भागा था संजय संजय ने बताया कि वह पुलिस से बचने के लिए दिल्ली भाग गया था।