लखनऊ में IBPS क्लर्क परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, 10 गिरफ्तार

लखनऊ में IBPS क्लर्क परीक्षा 2025 के दौरान एक सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ हुआ है, जिसमें 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह गैंग असली अभ्यर्थियों की जगह नकली अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठाता था और इसके लिए मोटी रकम वसूलता था। पुलिस ने इस मामले में कई महत्वपूर्ण सामग्री बरामद की है, जिसमें नकली पहचान पत्र और मोबाइल फोन शामिल हैं। जानें इस गैंग के काम करने के तरीके और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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लखनऊ में IBPS क्लर्क परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, 10 गिरफ्तार

IBPS क्लर्क परीक्षा 2025 में सॉल्वर गैंग का खुलासा

लखनऊ में IBPS क्लर्क परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, 10 गिरफ्तार

लखनऊ में पकड़ा गया सॉल्वर गैंग (सांकेतिक फोटो)Image Credit source: Getty image


IBPS क्लर्क परीक्षा 2025: बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (IBPS) की क्लर्क परीक्षा में एक सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश हुआ है। यूपी पुलिस ने लखनऊ में 10 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जो इस गैंग के सदस्य थे। यह गैंग असली अभ्यर्थियों की जगह नकली अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठाता था और इसके लिए मोटी रकम वसूलता था।


आइए जानते हैं कि IBPS क्लर्क परीक्षा 2025 कब आयोजित की गई और सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ कैसे हुआ।


AI की मदद से फोटो में बदलाव

AI से 70 फीसदी तक बदल देता था फोटो


IBPS क्लर्क परीक्षा 2025 में पकड़ा गया सॉल्वर गैंग अत्यंत चालाकी से काम कर रहा था। यह असली अभ्यर्थियों की जगह नकली अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठाता था। इसके लिए एडमिट कार्ड के फोटो को AI की सहायता से लगभग 70 प्रतिशत तक बदल दिया जाता था, जिससे नकली अभ्यर्थी आसानी से परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर सके।


पुलिस ने बरामद की सामग्री

21 नकली पहचान पत्र समेत 16 फोन बरामद


डीसीपी लखनऊ दक्षिण निपुण अग्रवाल ने बताया कि बिजनौर पुलिस थाने की टीम ने इस सॉल्वर गैंग को पकड़ा है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 16 मोबाइल फोन, 21 नकली पहचान पत्र, नौ आधार कार्ड, सात पेन ड्राइव, एक लैपटॉप, एक टैबलेट, तस्वीरें, फर्जी पहचान पत्र और ₹1.53 लाख नकद बरामद किए हैं। एक अन्य आरोपी अभिषेक कुमार को पहले ही बिहार के सीतामढ़ी से गिरफ्तार किया गया था।


सॉल्वर गैंग का संचालन

ऐसे काम कर रहा था सॉल्वर गैंग


यूपी पुलिस के एडिशनल डीसीपी साउथ रल्लापल्ली वसंत कुमार ने बताया कि यह गैंग कई राज्यों में सक्रिय था। मास्टरमाइंड आनंद कुमार ऐसे अभ्यर्थियों की तलाश करता था, जो परीक्षा में अपनी जगह नकली अभ्यर्थियों को बैठाना चाहते थे। गैंग ने फोटो एडिटिंग और AI टूल्स का उपयोग किया, जैसे कि 'मिक्सर ग्राइंडर', 'रेमिनी एआई', 'चैटजीपीटी' और 'फोटोर'।


वसूली की राशि

प्रति अभ्यर्थी 5 लाख रुपये का वसूली


सॉल्वर गैंग प्रति अभ्यर्थी 5 लाख रुपये वसूलता था। पुलिस के अनुसार, मास्टरमाइंड ने प्रति अभ्यर्थी से 2 लाख रुपये लिए थे। इसके अलावा, प्रीलिम्स एग्जाम के दौरान 20 हजार रुपये, मेन एग्जाम के समय 1 लाख रुपये और नौकरी के समय 2 लाख रुपये वसूले जाते थे। इस प्रकार, सॉल्वर गैंग एक अभ्यर्थी से 5 लाख रुपये से अधिक वसूलता था।


भर्ती की जानकारी

10 हजार से अधिक पदों पर भर्ती


IBPS का प्रीलिम्स एग्जाम 4 और 5 अक्टूबर को आयोजित किया गया था, और इसी दौरान पुलिस ने सॉल्वर गैंग को पकड़ा। अब 29 नवंबर को मेन एग्जाम होना है। IBPS क्लर्क परीक्षा 2025 का आयोजन 11 बैंकों में कस्टमर सर्विस एसोसिएट के 10,696 पदों पर भर्ती के लिए किया जा रहा है।