लकवे के अटैक: पहचान, प्राथमिक उपचार और बचाव के उपाय
लकवे का अटैक एक गंभीर स्थिति है जो अचानक मस्तिष्क में रक्त प्रवाह में रुकावट के कारण होती है। इसके लक्षणों को पहचानना और प्राथमिक उपचार करना अत्यंत आवश्यक है। इस लेख में हम लकवे के लक्षण, प्राथमिक उपचार के तरीके और बचाव के उपायों के बारे में जानकारी साझा कर रहे हैं। सही जानकारी से आप किसी की जान बचा सकते हैं।
Jun 2, 2025, 01:29 IST
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लकवे का अटैक: एक गंभीर स्थिति
लकवे का अटैक, जिसे स्ट्रोक भी कहा जाता है, एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है जो अचानक मस्तिष्क में रक्त प्रवाह में रुकावट के कारण होती है। यदि इसका समय पर इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा हो सकता है।
लकवे के अटैक के लक्षण
लकवे के अटैक को पहचानने के लिए निम्नलिखित लक्षणों पर ध्यान दें:
- चेहरे का एक तरफ झुकना।
- बोलने में कठिनाई या आवाज का अस्पष्ट होना।
- हाथ या पैर का एक तरफ कमजोर या सुन्न होना।
- चक्कर आना और संतुलन खोना।
- अचानक और तीव्र सिरदर्द।
लकवे के दौरान प्राथमिक उपचार
- रोगी को सीधा लिटाएं: रोगी को एक सपाट और सुरक्षित स्थान पर लिटाएं और सिर को थोड़ा ऊंचा रखें ताकि मस्तिष्क में रक्त प्रवाह संतुलित रहे।
- सांस और हृदय गति की जांच करें: यदि सांस या हृदय गति रुक गई हो, तो CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) शुरू करें। इसके लिए किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से सहायता लें।
- जीभ को बाहर निकालें: यदि रोगी बेहोश है, तो सुनिश्चित करें कि उसकी जीभ गले में न फंसे, क्योंकि यह सांस लेने में बाधा डाल सकता है।
- मेडिकल इमरजेंसी सेवाओं को कॉल करें: जितनी जल्दी हो सके एम्बुलेंस बुलाएं और रोगी को नजदीकी अस्पताल ले जाएं।
आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय
जब तक चिकित्सा सहायता नहीं पहुंचती, तब तक निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
उपायों को करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- रोगी को अधिक हिलाएं-डुलाएं नहीं।
- रोगी को ठोस चीजें चबाने के लिए न दें।
- आत्म-उपचार पर निर्भर न रहें; चिकित्सीय सहायता प्राथमिकता है।
लकवे से बचाव के उपाय
लकवे के जोखिम को कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
- नियमित रूप से रक्तचाप और मधुमेह की जांच करें।
- संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करें।
- धूम्रपान और शराब का सेवन न करें।
- तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान करें।