रोहतास में ईवीएम विवाद: जिलाधिकारी ने राजद के आरोपों का किया खंडन

रोहतास की जिलाधिकारी उदिता सिंह ने राजद द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया है कि प्रशासन ने बिना सूचना के ईवीएम को मतगणना केंद्र में ले जाने का प्रयास किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि ट्रक में केवल खाली स्टील के बक्से थे। इस घटना के बाद राजद के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और निर्वाचन आयोग से स्पष्टीकरण मांगा। जिलाधिकारी ने सभी से 14 नवंबर को होने वाली मतगणना से पहले अफवाहें न फैलाने की अपील की है।
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रोहतास में ईवीएम विवाद: जिलाधिकारी ने राजद के आरोपों का किया खंडन

जिलाधिकारी का स्पष्टीकरण

रोहतास की जिलाधिकारी उदिता सिंह ने गुरुवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) द्वारा उठाए गए आरोपों का खंडन किया। राजद ने प्रशासन पर बिना किसी पूर्व सूचना के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को मतगणना केंद्र में ले जाने का आरोप लगाया था। उदिता सिंह ने स्पष्ट किया कि ट्रक में केवल खाली स्टील के बक्से थे।


बुधवार की रात, राजद के कार्यकर्ता और समर्थक सासाराम विधानसभा क्षेत्र के तकिया बाजार समिति परिसर में स्थित वज्र गृह मतगणना केंद्र के बाहर एकत्र हुए। उन्होंने बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विनोद सिंह गुंजियाल और भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) से स्पष्टीकरण की मांग की।


प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, डीएम उदिता सिंह ने बताया कि कई उम्मीदवारों और उनके समर्थकों की उपस्थिति में ट्रक की जांच की गई। उन्होंने कहा कि ट्रक के सभी बक्से खाली पाए गए। सिंह ने कहा, "हमें कल शाम सूचना मिली कि ईवीएम से भरा एक ट्रक बाजार समिति में घुस गया है। हमने पाया कि ट्रक शाम 7:59 बजे बाजार समिति में दाखिल हुआ था, और पुलिस ने इसकी पूरी जांच की थी। लॉगबुक में इसकी प्रविष्टि दर्ज थी।"


उन्होंने आगे कहा कि उम्मीदवार, उनके अधिकृत कर्मचारी और समर्थक वहां बड़ी संख्या में मौजूद थे। ट्रक को खोला गया, और उसमें कई स्टील के बक्से मिले, जो सभी खाली थे। पूरी जांच के बाद, सभी बक्सों को उसी ट्रक में वापस लोड कर दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी से 14 नवंबर को होने वाली मतगणना से पहले अफवाहें न फैलाने की अपील की।


राजद का ट्वीट