रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए 1,782 कोच में CCTV कैमरे लगाने की योजना बनाई

उत्तर मध्य रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए 1,782 कोचों में CCTV कैमरे लगाने की योजना बनाई है। यह पहल प्रयागराज, झांसी और आगरा डिवीजनों में लागू की जाएगी, जिसमें प्रीमियम ट्रेनों को प्राथमिकता दी जाएगी। AI-सक्षम कैमरे संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करेंगे और वास्तविक समय में निगरानी करेंगे। इस कदम का उद्देश्य यात्रियों का विश्वास बढ़ाना और सुरक्षा में सुधार करना है। जानें इस महत्वपूर्ण पहल के बारे में और कैसे यह भारतीय रेलवे के डिजिटल परिवर्तन का हिस्सा है।
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रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए 1,782 कोच में CCTV कैमरे लगाने की योजना बनाई

यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता

यात्रियों की सुरक्षा और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के उद्देश्य से, उत्तर मध्य रेलवे (NCR) ने प्रयागराज, झांसी और आगरा डिवीजनों में सभी यात्री कोचों में CCTV कैमरे लगाने की योजना की घोषणा की है। इस बड़े प्रोजेक्ट के तहत कुल 1,782 कोचों को कवर किया जाएगा, जिसमें 895 लिंक हॉफमैन बुश (LHB) और 887 इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) कोच शामिल हैं।


यह कैमरा इंस्टॉलेशन अभियान NCR की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य इन महत्वपूर्ण रेलवे डिवीजनों में यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना है। अधिकारियों ने बताया कि यह प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी, जिसमें प्रयागराज-डॉ. अंबेडकर नगर एक्सप्रेस, कालिंदी एक्सप्रेस, प्रयागराज-लालगढ़ एक्सप्रेस, सुभेदारगंज-देहरादून एक्सप्रेस, सुभेदारगंज-मेरठ सिटी संगम एक्सप्रेस, और सुभेदारगंज-श्री माता वैष्णो देवी कटरा जम्मू मेल जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों को पहले चरण में प्राथमिकता दी जाएगी।


विशेष रूप से, प्रीमियम ट्रेनों जैसे प्रयागराज एक्सप्रेस और श्रमशक्ति एक्सप्रेस में आधुनिक AI-सक्षम कैमरे लगाए जाएंगे, जो वास्तविक समय में निगरानी और ट्रैकिंग की अनुमति देंगे। यह तकनीक संदिग्ध गतिविधियों की त्वरित पहचान करेगी और अधिकारियों को सूचित करेगी, जिससे संभावित घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।


प्रत्येक एसी कोच, चाहे वह प्रथम, द्वितीय, तृतीय श्रेणी या चेयर कार हो, में चार उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे लगाए जाएंगे। सामान्य कोच, SLR कोच और पेंट्री कारों में प्रत्येक में छह कैमरे लगाए जाएंगे ताकि व्यापक निगरानी सुनिश्चित की जा सके। ये कैमरे 100 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति पर भी स्पष्ट वीडियो रिकॉर्ड कर सकेंगे और कम रोशनी में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे, जो भारतीय रेलवे के गतिशील वातावरण के लिए आदर्श है।


कैमरे उन स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे जो यात्रियों की गतिविधियों को पूरी तरह से कवर करते हैं, जैसे कि प्रवेश द्वार और गलियारे। वीडियो फुटेज को NCR मुख्यालय और आगरा, झांसी और प्रयागराज में डिविजनल रेलवे मैनेजर कार्यालयों में वास्तविक समय में मॉनिटर किया जाएगा ताकि त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।


NCR के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने कहा, “यह पहल रेलवे की सुरक्षित यात्रा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह अवैध गतिविधियों को रोकने और त्वरित जांच और निगरानी में मदद करेगी।”


यात्रियों की सुरक्षा अब भारतीय रेलवे में एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता बन गई है, विशेष रूप से बढ़ते यात्री संख्या और बदलती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए। CCTV कैमरों की यह स्थापना अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और यात्रियों का विश्वास मजबूत करेगी।


यह कदम भारतीय रेलवे की डिजिटल परिवर्तन योजना के अनुरूप है, जिसमें स्टेशनों पर CCTV कैमरे स्थापित करना और देशभर में AI-आधारित सुरक्षा प्रणालियों को लागू करना शामिल है। रेलवे का आधुनिकीकरण और तकनीकी सुरक्षा उपायों को अपनाना एक सुरक्षित और यात्री-मित्र रेलवे नेटवर्क बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।