रेल कर्मचारी की लापरवाही से गंदगी फैलाने का वीडियो हुआ वायरल
सफाई का असली अर्थ
जानबूझकर पटरी पर फेंका कचरा Image Credit source: Social Media
सफाई का मतलब केवल किसी स्थान को चमकाना नहीं होता, बल्कि यह समझना भी आवश्यक है कि गंदगी को कहीं और फेंक देना असली सफाई नहीं है। भारत में कई लोग अपने घर का कचरा उठाकर पास के खाली स्थान या सड़क किनारे डालने को ही सफाई समझते हैं। यह सोच अब सार्वजनिक स्थलों पर भी देखने को मिल रही है। इसका एक उदाहरण हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो में देखने को मिला है, जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
इस वीडियो में एक रेलकर्मी ट्रेन के अंदर सफाई करते हुए दिखाई देता है, लेकिन उसका तरीका हैरान करने वाला है। जैसे ही उसने ट्रेन की बाल्टी में जमा कचरा उठाया, वह उसे प्लेटफॉर्म या डस्टबिन में डालने के बजाय ट्रेन से बाहर फेंक देता है। एक यात्री ने उसे रोकने की कोशिश की और ऐसा न करने की सलाह दी, लेकिन कर्मचारी ने उसकी बात को अनसुना कर दिया। वीडियो पोस्ट करने वाले ने बताया कि उन्होंने उस कर्मचारी से बहस की और उसे समझाने की कोशिश की कि यह गलत है।
गलती को समझाने का प्रयास
यूजर ने लिखा कि जब मैंने उसे कहा कि ट्रेन को साफ करके देश को गंदा क्यों कर रहे हो, तो उसने जवाब दिया कि क्या वह यह कचरा अपने घर ले जाए? यह जवाब न केवल चौंकाने वाला था, बल्कि यह दिखाता है कि कई लोगों के लिए स्वच्छता का मतलब केवल अपनी सीमाओं तक ही सीमित है। यूजर ने बताया कि उन्होंने काफी देर तक समझाया कि अगर कचरा फेंकना ही है तो उसे प्लेटफॉर्म के डस्टबिन में डालें, न कि पटरियों पर। लेकिन कर्मचारी को इस बात की कोई परवाह नहीं थी।
इतना ही नहीं, यूजर के अनुसार जब उसने दोबारा ध्यान हटाया तो वही कर्मचारी फिर से वही गलती दोहराता है। यानी ट्रेन का कचरा फिर पटरियों के किनारे फेंक दिया गया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है। इस Reel को पोस्ट हुए 21 घंटे भी नहीं हुए थे कि इसे 16 हजार से ज्यादा लोगों ने देखा, सैकड़ों लोगों ने इसे लाइक किया और कई यूजर्स ने अपनी नाराजगी व्यक्त की।
वीडियो देखें
यह घटना केवल एक व्यक्ति की लापरवाही नहीं है, बल्कि यह हमारे सामूहिक रवैये की झलक है। जब हम अपने घर या दफ्तर को साफ रखते हैं लेकिन सार्वजनिक स्थलों की परवाह नहीं करते, तो हम अपने देश की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं। यह विडंबना है कि एक ओर हम स्वच्छ भारत अभियान जैसी पहलों का समर्थन करते हैं, तो दूसरी ओर अपने व्यवहार से उस सोच को नुकसान पहुंचाते हैं।
रेलवे ट्रैक, स्टेशन और प्लेटफॉर्म जैसे स्थान रोजाना लाखों लोगों द्वारा उपयोग किए जाते हैं। जब यहां कचरा फेंका जाता है, तो न केवल स्थान गंदा होता है बल्कि इससे स्वास्थ्य संबंधी खतरे भी बढ़ते हैं। खुले में पड़ा कचरा जानवरों को आकर्षित करता है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। वहीं, प्लास्टिक और पॉलीथीन जैसी चीजें पर्यावरण को लंबे समय तक नुकसान पहुंचाती हैं.
