रूस के राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा: सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
पुतिन का भारत दौरा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर 4 दिसंबर, 2025 को दो दिवसीय भारत यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। यह उनका चार साल में पहला दौरा है। इस यात्रा के दौरान, दोनों नेताओं के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने, द्विपक्षीय व्यापार को बाहरी दबाव से सुरक्षित रखने और छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा होने की उम्मीद है.
सुरक्षा व्यवस्था
पुतिन की यात्रा से पहले, राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं। पुलिस ने बताया कि सुरक्षा कारणों से राष्ट्रपति के ठहरने की जगह की जानकारी साझा नहीं की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पुतिन के आगमन से लेकर उनके प्रस्थान तक कई सुरक्षा एजेंसियां उनकी गतिविधियों पर नजर रखेंगी.
एक अधिकारी ने कहा, "सभी एजेंसियों को अधिकतम सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं, और 5,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।" दिल्ली पुलिस के उच्च अधिकारी मार्ग सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और उन क्षेत्रों की सुरक्षा की निगरानी कर रहे हैं, जहां से पुतिन गुजर सकते हैं.
एक अन्य अधिकारी ने बताया, "वीवीआईपी आवाजाही के लिए सभी मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यात्रियों की असुविधा कम करने के लिए समय-समय पर यातायात परामर्श जारी किया जाएगा।" इसके साथ ही, ड्रोन रोधी प्रणाली भी तैनात की जाएगी. दिल्ली पुलिस, केंद्रीय एजेंसियों और पुतिन की निजी सुरक्षा टीम ने एक बहु-स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया है, जिसमें स्वैट टीमें, आतंकवाद रोधी इकाइयां, स्नाइपर और त्वरित प्रतिक्रिया दल संवेदनशील स्थानों पर तैनात हैं. इसके अलावा, उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी नेटवर्क और तकनीकी निगरानी प्रणालियां भी यात्रा से जुड़े सभी क्षेत्रों में सक्रिय कर दी गई हैं.
