रुपये में लगातार बढ़त, डॉलर के मुकाबले 113 पैसे की तेजी

रुपये की मजबूती का नया दौर

रुपये में तेजी देखने को मिल रही है.
करेंसी बाजार में रुपये की स्थिति लगातार दूसरे दिन मजबूत बनी हुई है। खास बात यह है कि पिछले दो दिनों में रुपये ने डॉलर के मुकाबले 113 पैसे यानी 1.13 रुपये की बढ़त हासिल की है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की सक्रियता और विदेशी निवेशकों की बढ़ती रुचि ने रुपये को मजबूती प्रदान की है। इसके अलावा, फेडरल रिजर्व और आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती की चर्चा भी रुपये को समर्थन दे रही है। शेयर बाजार में सकारात्मक रुख और कच्चे तेल की कीमतों में कमी भी रुपये के लिए फायदेमंद साबित हो रही है। अनुमान है कि रुपये की स्थिति 87 डॉलर से ऊपर उठकर 86 के स्तर तक पहुंच सकती है। आइए जानते हैं कि डॉलर के मुकाबले रुपये के आंकड़े क्या दर्शाते हैं।
रुपये में बंपर तेजी का दूसरा दिन
गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 40 पैसे की बढ़त के साथ 87.68 पर पहुंच गया। इसका मुख्य कारण केंद्रीय बैंक का हस्तक्षेप और डॉलर सूचकांक में नरमी है। विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, घरेलू शेयर बाजार की सकारात्मकता, कच्चे तेल की घटती कीमतें और विदेशी पूंजी प्रवाह में वृद्धि जैसे कारक भी निवेशकों की धारणा को मजबूत कर रहे हैं। इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज में रुपये ने 87.76 पर शुरुआत की और फिर 87.68 के उच्च स्तर को छू लिया, जो पिछले बंद भाव से 40 पैसे की बढ़त दर्शाता है। बुधवार को रुपये ने 73 पैसे की तेजी के साथ 88.08 पर बंद हुआ, जो लगभग चार महीनों में इसकी सबसे बड़ी इंट्राडे बढ़त थी। रुपये में यह तेजी मुख्य रूप से वैश्विक जोखिम धारणा में सुधार, भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में सकारात्मकता और आरबीआई के संभावित हस्तक्षेप के कारण आई।
बाजार के आंकड़े रुपये को समर्थन दे रहे हैं
- डॉलर इंडेक्स, जो छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाता है, 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.51 पर कारोबार कर रहा था।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाड़ी देशों का कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड ऑयल 0.74 फीसदी बढ़कर 62.37 डॉलर प्रति बैरल हो गया। यह रुपये के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
- घरेलू शेयर बाजार में, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 407.67 अंक बढ़कर 83,013.10 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 104 अंक बढ़कर 25,427.55 पर पहुंच गया।
- एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 68.64 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। खास बात यह है कि विदेशी निवेशकों ने पिछले 7 दिनों में से 5 दिनों में 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है।
- इस बीच, भारत का निर्यात सितंबर में 6.74 प्रतिशत बढ़कर 36.38 अरब डॉलर हो गया, जबकि आयात 16.6 प्रतिशत बढ़ा, जिससे व्यापार घाटा बढ़कर 31.15 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल में सर्वाधिक है।
रुपये में तेजी के कारण
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी हेड अनिल कुमार भंसाली ने बताया कि आरबीआई ने सुनिश्चित किया कि रुपये की शुरुआत मजबूती के साथ हो, जिससे सभी सट्टा कारोबार पर अंकुश लगाया गया। रुपये की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ हुई और इसके 87.30 से 88.00 के बीच कारोबार करने की उम्मीद है, जो आरबीआई के सट्टा कारोबार पर रोक लगाने के संकल्प का संकेत है।