राहुल गांधी ने स्वच्छ हवा की मांग करने वालों के खिलाफ सरकार के रवैये की आलोचना की

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इंडिया गेट पर स्वच्छ हवा की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी पर सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने सवाल उठाया कि शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग रखने वाले नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है। गांधी ने वायु प्रदूषण के गंभीर प्रभावों पर भी चिंता जताई और सरकार से तत्काल कार्रवाई की अपील की। जानें इस मुद्दे पर उनका क्या कहना है और प्रदूषण के खिलाफ उठाए गए कदमों की आवश्यकता पर उनके विचार।
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राहुल गांधी ने स्वच्छ हवा की मांग करने वालों के खिलाफ सरकार के रवैये की आलोचना की

राहुल गांधी का सरकार पर हमला

राहुल गांधी ने स्वच्छ हवा की मांग करने वालों के खिलाफ सरकार के रवैये की आलोचना की

राहुल गांधी.


कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने रविवार को इंडिया गेट पर वायु गुणवत्ता में गिरावट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की गिरफ्तारी पर सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने यह सवाल उठाया कि शांतिपूर्ण तरीके से स्वच्छ हवा की मांग करने वाले नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है, जैसे वे अपराधी हों।


राहुल गांधी ने कहा कि नागरिकों पर हमले करने के बजाय, वायु प्रदूषण के मुद्दे का समाधान करने के लिए तुरंत प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।


वायु गुणवत्ता के खिलाफ प्रदर्शन


कांग्रेस सांसद ने पर्यावरणविद् विमलेंदु झा की एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों को जबरदस्ती उठाकर बस में डाल दिया गया। दिल्ली में वायु गुणवत्ता में गिरावट के खिलाफ कई पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने इंडिया गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने बताया कि बिना अनुमति के इकट्ठा होने के कारण कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया।


राहुल गांधी ने स्वच्छ हवा की मांग करने वालों के खिलाफ सरकार के रवैये की आलोचना की


स्वच्छ हवा का अधिकार मानवाधिकार


राहुल गांधी ने यह भी कहा कि स्वच्छ हवा का अधिकार एक बुनियादी मानवाधिकार है और संविधान द्वारा शांतिपूर्ण विरोध का अधिकार सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने फिर से सवाल उठाया कि शांतिपूर्ण तरीके से स्वच्छ हवा की मांग करने वाले नागरिकों के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है।


प्रदूषण का प्रभाव


लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि वायु प्रदूषण करोड़ों भारतीयों को प्रभावित कर रहा है और यह हमारे बच्चों तथा देश के भविष्य को खतरे में डाल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में आई सरकार को इस संकट की कोई परवाह नहीं है और न ही वह इसे हल करने का प्रयास कर रही है।