राहुल गांधी ने राजा बनने की इच्छा से किया इनकार, चुनावी धांधली के आरोप लगाए

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में एक सम्मेलन में राजा बनने की इच्छा से इनकार किया और कहा कि वह इस अवधारणा के खिलाफ हैं। उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में धांधली के आरोप लगाते हुए कहा कि यदि कुछ सीटों पर धांधली नहीं हुई होती, तो नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं होते। गांधी ने आगामी दिनों में इस संबंध में सबूत पेश करने का आश्वासन दिया। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
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राहुल गांधी ने राजा बनने की इच्छा से किया इनकार, चुनावी धांधली के आरोप लगाए

राहुल गांधी का स्पष्ट बयान

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को एक सम्मेलन में कहा कि वह राजा बनने की इच्छा नहीं रखते और इस विचार के खिलाफ हैं। उन्होंने यह टिप्पणी "संवैधानिक चुनौतियाँ: परिप्रेक्ष्य और रास्ते" विषय पर आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में की। जैसे ही उन्होंने अपना भाषण शुरू किया, विज्ञान भवन में उपस्थित समर्थकों ने "इस देश का राजा कैसा हो, राहुल गांधी जैसा हो" के नारे लगाना शुरू कर दिया। इस पर, गांधी ने उत्तर दिया, "नहीं, मैं राजा नहीं हूं। मैं राजा बनना नहीं चाहता। मैं इस अवधारणा के खिलाफ हूं।"


 


लोकसभा चुनाव में धांधली के आरोप

सभा को संबोधित करते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में लगभग 100 सीटों पर धांधली हुई थी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इनमें से 15 सीटों पर भी धांधली नहीं हुई होती, तो नरेन्द्र मोदी आज प्रधानमंत्री नहीं होते। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस के विधि, मानवाधिकार और आरटीआई विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय विधिक सम्मेलन में यह बात दोहराई। उन्होंने कर्नाटक के एक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता सूची में हेरफेर के सबूतों को एटम बम के समान बताया। 


 


आगामी सबूतों का आश्वासन

गांधी ने कहा कि अगले कुछ दिनों में वह सबूत पेश करेंगे कि कैसे लोकसभा चुनाव में धांधली हुई। उनके नए आरोप पर निर्वाचन आयोग की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में (नरेन्द्र मोदी) प्रधानमंत्री पद पर साधारण बहुमत के साथ हैं। उनका मानना है कि (लोकसभा चुनाव में) 70, 80 या 100 सीटों पर धांधली हुई है। यदि 15 सीटों पर भी धांधली नहीं हुई होती, तो मोदी भारत के प्रधानमंत्री नहीं होते।