राहुल गांधी ने भाजपा पर चुनावी धांधली का आरोप लगाया

राहुल गांधी ने भाजपा पर चुनावी धांधली का आरोप लगाते हुए आगामी बिहार चुनावों में संभावित धांधली की चेतावनी दी है। भाजपा के नेताओं ने इस आरोप को खारिज करते हुए इसे जॉर्ज सोरोस की रणनीति करार दिया है। बिहार के उपमुख्यमंत्री और अन्य भाजपा नेताओं ने राहुल के बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने हार स्वीकार करने की बात कही। इस विवाद में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है, जिससे आगामी चुनावों में स्थिति और भी रोचक हो गई है।
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राहुल गांधी ने भाजपा पर चुनावी धांधली का आरोप लगाया

राहुल गांधी का भाजपा पर आरोप

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी पर चुनावी धांधली का आरोप लगाया। उन्होंने पिछले साल के महाराष्ट्र चुनावों का उदाहरण देते हुए आगामी बिहार चुनावों में भाजपा द्वारा संभावित "मैच फिक्सिंग" गतिविधियों के खिलाफ चेतावनी दी। भाजपा के अमित मालवीय ने इस आरोप को जॉर्ज सोरोस की चाल बताते हुए कहा कि यह लोगों के अपने संस्थानों में विश्वास को खत्म करने का एक सुनियोजित प्रयास है, ताकि राजनीतिक लाभ के लिए उन्हें कमजोर किया जा सके।


बिहार के उपमुख्यमंत्री का बयान

बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि हारने वाले व्यक्ति का इस तरह की बातें करना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर भरोसा नहीं है, तो उसे इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि वह ऐसे व्यक्ति पर टिप्पणी नहीं करेंगे जिसने खुद को पराजित कर लिया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को निराशा का प्रतीक बताते हुए कहा कि वे देश की प्रगति नहीं देख सकते।


केंद्रीय मंत्री का बयान

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि राहुल गांधी ने हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि हार स्वीकार करने वाले लोग इस तरह की बातें करते हैं। मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनकी वजह से पटना एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल पर उतरने का अवसर मिला। भाजपा नेता अमित मालवीय ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें चुनावी प्रक्रिया की अच्छी समझ है, लेकिन उनका उद्देश्य अराजकता फैलाना है।


कांग्रेस की जीत और हार पर टिप्पणी

उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस जीतती है, जैसे तेलंगाना या कर्नाटक में, तो उसी प्रणाली को निष्पक्ष बताया जाता है। लेकिन जब वे हारते हैं, जैसे हरियाणा और महाराष्ट्र में, तो वे साजिश की कहानियां बनाने लगते हैं। यह सब जॉर्ज सोरोस की रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य लोगों का अपने संस्थानों में विश्वास खत्म करना है।