राहुल गांधी ने बेगूसराय में मछली पकड़ने की पारंपरिक प्रक्रिया में लिया भाग

राहुल गांधी ने बेगूसराय में एक तालाब में कूदकर मछली पकड़ने की पारंपरिक प्रक्रिया में भाग लिया। उन्होंने महागठबंधन की योजनाओं का जिक्र करते हुए शिक्षा में सुधार और नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना का वादा किया। प्रधानमंत्री मोदी पर भी उन्होंने तीखा हमला किया, यह कहते हुए कि वह केवल चुनावी समय में वादे करते हैं। इस घटना ने स्थानीय जनता का ध्यान आकर्षित किया है।
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राहुल गांधी ने बेगूसराय में मछली पकड़ने की पारंपरिक प्रक्रिया में लिया भाग

राहुल गांधी का बेगूसराय दौरा

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने बेगूसराय में एक तालाब में कूदकर मछली पकड़ने की पारंपरिक विधि में भाग लिया। इस अवसर पर वीआईपी प्रमुख और महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मुकेश सहनी, कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।


रविवार को, राहुल गांधी ने बेगूसराय में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की जनता से एक महत्वपूर्ण वादा किया। उन्होंने कहा कि जब महागठबंधन सत्ता में आएगा, तो वह शिक्षा प्रणाली में सुधार और छात्रों के लिए विश्वस्तरीय अवसरों के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगा.


महागठबंधन की योजनाएँ

राहुल गांधी ने कहा, "मैं आपको व्यक्तिगत रूप से आश्वस्त करता हूँ कि जिस दिन केंद्र में महागठबंधन की सरकार बनेगी, हम बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय जैसा एक उत्कृष्ट संस्थान स्थापित करेंगे। यहाँ दुनिया भर से छात्र शिक्षा प्राप्त करने आएंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन की सरकार समाज के सभी वर्गों की भलाई के लिए काम करेगी।


उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यदि उनकी पार्टी बिहार में सरकार बनाती है, तो यह सभी के लिए होगी, न कि किसी विशेष जाति या समुदाय के लिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी उन्होंने तीखा हमला किया, आरोप लगाते हुए कि मोदी केवल चुनावी प्रचार के समय वादे करते हैं।


प्रधानमंत्री पर कटाक्ष

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री का मज़ाक उड़ाते हुए कहा, "प्रधानमंत्री वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं। उन्हें योग करने के लिए कहो, और वो कैमरे के सामने कुछ आसन कर लेंगे।" बेरोजगारी के मुद्दे पर उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाया, यह कहते हुए कि प्रधानमंत्री युवाओं का ध्यान असली समस्याओं से भटकाने का प्रयास कर रहे हैं।


उन्होंने कहा, "नौकरियाँ देने के बजाय, प्रधानमंत्री युवाओं को सोशल मीडिया पर रील देखने के लिए कह रहे हैं। वह उनका ध्यान भटकाना चाहते हैं ताकि वे बेरोजगारी पर सवाल न उठाएँ।"


सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया