राहुल गांधी ने दिवाली पर मिठाई बनाने का अनुभव साझा किया

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दिवाली के अवसर पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह पुरानी दिल्ली की प्रसिद्ध घंटेवाला मिठाई की दुकान पर इमरती और लड्डू बनाते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने मिठाई बनाने की प्रक्रिया का अनुभव साझा करते हुए बताया कि दीपावली की असली मिठास रिश्तों और समाज में होती है। इस वीडियो में उन्होंने मिठाई की दुकान के इतिहास और उसकी पारंपरिक मिठाइयों की गुणवत्ता की भी तारीफ की। जानें इस दिलचस्प अनुभव के बारे में और कैसे उन्होंने मिठाई बनाने में हाथ आजमाया।
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राहुल गांधी ने दिवाली पर मिठाई बनाने का अनुभव साझा किया

राहुल गांधी का दिवाली वीडियो

राहुल गांधी ने दिवाली पर मिठाई बनाने का अनुभव साझा किया

राहुल गांधी

कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने दिवाली के अवसर पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह पुरानी दिल्ली की प्रसिद्ध घंटेवाला मिठाई की दुकान पर इमरती और लड्डू बनाते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने लिखा, "दीपावली की असली मिठास केवल थाली में नहीं, बल्कि रिश्तों और समाज में भी होती है। आप सभी बताएं, आप अपनी दिवाली कैसे मना रहे हैं और इसे कैसे खास बना रहे हैं।"

वीडियो में राहुल ने कहा कि उन्होंने घंटेवाला मिठाई की दुकान पर इमरती और बेसन के लड्डू बनाने की प्रक्रिया का अनुभव किया। उन्होंने इस प्रतिष्ठित दुकान की मिठाइयों की गुणवत्ता की तारीफ की, जो सदियों से पारंपरिक और दिल को छू लेने वाली हैं।

राहुल गांधी ने मिठाई बनाने की प्रक्रिया को ध्यान से देखा और इमरती की उत्पत्ति के बारे में भी सवाल किए। उन्होंने न केवल इमरती बनाई, बल्कि बेसन के लड्डू भी तैयार किए।

घंटेवाला मिठाई की दुकान का इतिहास

चांदनी चौक का बाजार पिछले कुछ वर्षों में कई घटनाओं का गवाह रहा है, जिसमें 1857 के दंगे और 1990 का उदारीकरण शामिल है। घंटेवाला मिठाई की दुकान, जिसे लाला सुख लाल जैन ने 1790 में स्थापित किया था, आज संस्थापकों की सातवीं पीढ़ी द्वारा संचालित की जा रही है। लाला सुख लाल जैन अपनी मिठाइयां सिर पर टोकरी में रखकर बेचा करते थे, जिसमें एक घंटी लगी होती थी, जिससे दुकान का नाम घंटेवाला पड़ा।

घंटेवाला पहले केवल सोहन हलवे के लिए प्रसिद्ध था, लेकिन अब यहां गुलाब जामुन और जीरा कचौरी जैसी कई मिठाइयां उपलब्ध हैं। रमज़ान और तीज के दौरान यहां फेनी भी बिकती है।