राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल, एक व्यक्ति, एक वोट के सिद्धांत की अनदेखी का आरोप

राहुल गांधी की चुनाव आयोग पर तीखी टिप्पणी
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वह 'एक व्यक्ति, एक वोट' के सिद्धांत को लागू करने में असफल रहा है। उन्होंने मतदाता सूची में अनियमितताओं का जिक्र करते हुए कहा कि अभी बहुत कुछ बाकी है। गांधी ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और आगे भी ऐसा करती रहेगी।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की आलोचना करते हुए कहा कि यह सिद्धांत संविधान की नींव है और इसे लागू करना आयोग का कर्तव्य है, जिसे उन्होंने निभाने में विफलता दिखाई है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह केवल एक सीट की बात नहीं है, बल्कि कई सीटों पर 'वोट चोरी' हो रही है, जो राष्ट्रीय स्तर पर व्यवस्थित तरीके से हो रहा है।
इससे पहले, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद में इंडिया ब्लॉक के अन्य सदस्यों के साथ विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया। कई विपक्षी सांसद '124 नॉट आउट' नारे वाली सफेद टी-शर्ट पहनकर संसद पहुंचे। माकपा सांसद पी. संदोष कुमार ने कहा कि विपक्ष अपने अभियान को तेज़ करने का इरादा रखता है।
विरोध प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, सांसद सुप्रिया सुले और डीएमके सांसद कनिमोझी जैसे नेता प्याज़ पकड़े हुए देखे गए। सोमवार को, राहुल गांधी और अन्य सांसदों को बिहार में कथित अनियमितताओं के विरोध में चुनाव आयोग कार्यालय तक मार्च करते समय दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया। राहुल गांधी ने कहा कि यह लड़ाई राजनीतिक नहीं, बल्कि संविधान की रक्षा की है।