राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों पर चुनाव आयोग का स्पष्टीकरण
राहुल गांधी का प्रेस कॉन्फ्रेंस
राहुल के आरोपों पर चुनाव आयोग का जवाब
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में वोटर वेरिफिकेशन मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान उन्होंने एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से आरोप लगाया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में 25 लाख वोटों की चोरी की गई है। उन्होंने कहा कि इस चोरी को अंजाम देने के लिए तस्वीरों को धुंधला किया गया है। राहुल ने चुनाव आयोग पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। अब इस संदर्भ में चुनाव आयोग का बयान सामने आया है।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि राहुल गांधी को सभी आरोपों के संबंध में निर्धारित नियमों के अनुसार शपथ पत्र प्रस्तुत करना होगा। आयोग ने कहा कि वह हर शिकायत पर कार्रवाई करेगा, लेकिन आरोप लगाने वाले की जिम्मेदारी भी चुनाव नियम-1960 के तहत निर्धारित की गई है, ताकि राजनीतिक दल या व्यक्ति आधारहीन आरोप न लगा सकें।
आयोग ने यह भी बताया कि पहले भी राहुल गांधी से डिक्लेरेशन मांगा गया था, लेकिन उन्होंने किसी भी आरोप की जांच के लिए शपथ पत्र या शिकायत नहीं दी। आयोग बिना शिकायत के यह मानता है कि आधारहीन आरोपों के पीछे अन्य कारण हो सकते हैं। ऐसे मामलों में आयोग स्वतः संज्ञान नहीं ले सकता, क्योंकि वह नियमों के अधीन है।
बीजेपी और चुनाव आयोग पर राहुल के आरोप
राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का एक वीडियो भी दिखाया। उन्होंने कहा कि चुनाव के दो दिन बाद सीएम ने एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने व्यवस्था का उल्लेख किया। राहुल ने सवाल उठाया कि यह व्यवस्था क्या है? इसके बाद हरियाणा में जो परिणाम आया, उसमें कांग्रेस चुनाव हार गई। वहां 25 लाख वोटों की चोरी हुई, जबकि कांग्रेस की हार केवल 25 हजार वोटों से हुई थी।
राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि हरियाणा में जो हुआ, वही बिहार में भी होगा। बिहार में भी वोटर लिस्ट में धांधली की गई है। उन्होंने कहा कि एक महिला ने एक विधानसभा में 100 बार वोट डाला है, जो कि ब्राजील के मॉडल की तरह है। मैं चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहा हूं।
