राहुल गांधी की इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि को लेकर विवाद

मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर जूते उतारे बिना पुष्पांजलि अर्पित करने पर विवाद उत्पन्न हो गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस पर आलोचना की है, जबकि कांग्रेस के मीडिया प्रमुख ने इसे संस्कृति के खिलाफ बताया। राहुल गांधी का यह कदम भाजपा-शासित राज्य में कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान से पहले आया है। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है और कांग्रेस की विचारधारा क्या है।
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राहुल गांधी की इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि को लेकर विवाद

कांग्रेस नेता का विवादास्पद कदम

मध्य प्रदेश में एक विवाद तब उत्पन्न हुआ जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने भोपाल में पार्टी मुख्यालय में अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर जूते उतारे बिना पुष्पांजलि अर्पित की। इस पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राहुल गांधी की आलोचना की। यह घटना तब हुई जब राहुल गांधी भाजपा-शासित मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को पुनर्जीवित करने के लिए संगठन सृजन अभियान की बैठकों की श्रृंखला की अध्यक्षता करने वाले थे।


सीएम की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता का यहां आना स्वागत योग्य है, लेकिन बिना जूते उतारे अपनी दादी को श्रद्धांजलि देना उचित नहीं है। यह हमारी संस्कृति और परंपरा के खिलाफ है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रमुख मुकेश नायक ने कहा कि हम कर्मकांडों में विश्वास नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा कि संस्कार के नाम पर धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा देना और नकली लोगों को जनता के बीच खड़ा करना अब समाप्त हो चुका है।


कांग्रेस की विचारधारा

नायक ने आगे कहा कि जनता अब इन सब चीजों से थक चुकी है और समतामूलक समाज की आवश्यकता है, जिसमें सभी का विकास हो। यही कांग्रेस की मूल विचारधारा है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी को हाल के विधानसभा और लोकसभा चुनावों में लगातार हार का सामना करना पड़ा है। मध्य प्रदेश में यह भाजपा का दूसरा राज्य है, जहां कांग्रेस संगठन सृजन अभियान शुरू कर रही है। राहुल गांधी राज्य पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति, विधायकों और पूर्व सांसदों के साथ कई बैठकें करेंगे। इसके अलावा, वह पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे।