राहुल गांधी का चुनावी चोरी का आरोप, बिहार में मतदाता सूची पर उठाए सवाल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि देश में चुनावी धोखाधड़ी हो रही है और बिहार में 52 लाख मतदाताओं के नाम हटाने पर सवाल उठाए। गांधी ने महाराष्ट्र में भी इसी तरह की धांधली का जिक्र किया और चुनाव आयोग पर पूरी प्रक्रिया को प्रभावित करने का आरोप लगाया। संसद के मानसून सत्र के दौरान विपक्षी नेता प्रधानमंत्री से महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहे हैं।
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राहुल गांधी का चुनावी चोरी का आरोप, बिहार में मतदाता सूची पर उठाए सवाल

बिहार में चुनावी प्रक्रिया पर उठे सवाल

बिहार में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ विपक्ष के विरोध के बीच, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में चुनावी धोखाधड़ी हो रही है। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भारत में चुनावों में धांधली की जा रही है। यह बयान उन्होंने बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान मतदाता सूची से 52 लाख मतदाताओं के नाम हटाने के संदर्भ में दिया।


 


गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र में भी धोखाधड़ी हुई है और जब स्पष्टीकरण मांगा गया, तो चुनाव आयोग ने नियमों में बदलाव कर वीडियो दिखाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह केवल बिहार या 52 लाख मतदाताओं की बात नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र में भी इसी तरह की घटनाएं हुई हैं। कांग्रेस सांसद ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया कि वह उन्हें मतदाता सूची दिखाए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा, 'हमें वीडियो दिखाओ,' लेकिन आयोग ने नियम बदल दिए और चुनावों में धांधली की। महाराष्ट्र में एक करोड़ नए मतदाता जोड़े गए हैं।


 


गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग बिहार में मतदाता सूची में बदलाव करके पूरी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है, जब से उन्हें यह पता चला कि विपक्ष ने नए मतदाताओं के आने के पीछे के खेल को उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भी हमने उन्हें धोखाधड़ी करते हुए पकड़ा है। उन्होंने कहा कि हमें उनकी प्रणाली को समझने में छह महीने लगे, जिसमें यह जानना शामिल था कि कौन और कहाँ वोट देता है और नए मतदाताओं को कैसे जोड़ा जाता है। अब वे बिहार में पूरी व्यवस्था को बदलने का प्रयास कर रहे हैं।


 


संसद के मानसून सत्र के दौरान, विपक्षी नेता प्रधानमंत्री से मांग कर रहे हैं कि वे दोनों सदनों और देश को महत्वपूर्ण मुद्दों पर संबोधित करें, जिसमें हालिया आतंकवादी हमले और बिहार में चुनाव आयोग द्वारा की जा रही विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया शामिल है।