राहुल गांधी और विपक्षी नेताओं की हिरासत, चुनाव आयोग पर भाजपा का पलटवार

बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ विपक्ष का विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें राहुल गांधी और अन्य नेताओं को हिरासत में लिया गया। इस पर भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया का समर्थन करते हुए कांग्रेस पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल वोटबैंक की राजनीति कर रहा है और चुनाव आयोग को ध्वस्त करने की कोशिश कर रहा है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और भाजपा का क्या कहना है।
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राहुल गांधी और विपक्षी नेताओं की हिरासत, चुनाव आयोग पर भाजपा का पलटवार

विपक्ष का विरोध प्रदर्शन और हिरासत

बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें राहुल गांधी समेत कई नेता और सांसद हिरासत में लिए गए। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को बैरिकेड्स पार करते हुए देखा गया, जबकि अन्य विपक्षी नेता संसद भवन से निर्वाचन सदन की ओर मार्च कर रहे थे। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस विरोध पर प्रतिक्रिया दी।


धर्मेंद्र प्रधान का बयान

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि INDI गठबंधन के सदस्य, विशेषकर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, जो अक्सर संविधान की बात करते हैं, वास्तव में संविधान के खिलाफ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एसआईआर एक नियमित प्रक्रिया है, जो चुनाव आयोग द्वारा हर राज्य में की जाती है। यह पहली बार नहीं हो रहा है।


कांग्रेस पर आरोप

भाजपा नेता ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह EVM पर झूठ बोलती है और विभिन्न राज्यों में चुनावी हार के कारण दिवालियापन की स्थिति में पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि हाल के विवादों में भारतीय मीडिया ने राहुल गांधी के झूठ को उजागर किया है। कांग्रेस और विपक्ष केवल वोटबैंक की राजनीति कर रहे हैं।


चुनाव आयोग की भूमिका

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक और निष्पक्ष संस्था है, और जब उन्होंने सही बातें बताई, तो विपक्ष ने उन्हें ध्वस्त करने की कोशिश की। उन्होंने चेतावनी दी कि विपक्ष की भाषा देश को बांटने की साजिशों को बढ़ावा देती है।