राहुल गांधी और मारिया कोरिना मचाडो के बीच तुलना पर राजनीतिक विवाद

कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह राजपूत ने राहुल गांधी की तुलना 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मारिया कोरिना मचाडो से की है, जिससे राजनीतिक विवाद उत्पन्न हुआ है। भाजपा ने इस तुलना को अजीब बताते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है। राजपूत का कहना है कि गांधी भी संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वहीं, नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने मचाडो को वेनेजुएला में शांति और लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए उनके प्रयासों के लिए पुरस्कार देने की घोषणा की है। इस बीच, गांधी ने मोदी सरकार पर लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगाया है।
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राहुल गांधी और मारिया कोरिना मचाडो के बीच तुलना पर राजनीतिक विवाद

कांग्रेस प्रवक्ता की टिप्पणी

कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह राजपूत ने शुक्रवार को राहुल गांधी और 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मारिया कोरिना मचाडो के बीच तुलना की। उन्होंने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता भी देश के संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एक्स पर एक पोस्ट में राजपूत ने उल्लेख किया कि 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार वेनेजुएला के विपक्षी नेता को दिया गया है, और उन्होंने यह भी कहा कि रायबरेली से सांसद गांधी इस पुरस्कार के लिए योग्य हैं। राजपूत ने कहा कि इस वर्ष का नोबेल शांति पुरस्कार वेनेजुएला के विपक्ष के नेता को संविधान की सुरक्षा के लिए दिया गया है।


भाजपा की प्रतिक्रिया

राजपूत के इस पोस्ट पर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने एक्स पर एक पोस्ट में राहुल गांधी की तुलना मारिया कोरिना से करना अजीब बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राहुल गांधी के लिए नोबेल पुरस्कार की मांग कर रही है, जो कि हास्यास्पद है। पूनावाला ने कहा कि गांधी को यह पुरस्कार पाखंड, झूठ और लोकतंत्र की हत्या के लिए मिलना चाहिए।


नोबेल पुरस्कार की घोषणा

नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने शुक्रवार को यह घोषणा की कि वेनेजुएला की विपक्षी नेता 58 वर्षीय मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार दिया जाएगा। समिति ने कहा कि मचाडो को वेनेजुएला में शांति को बढ़ावा देने और वहां के लोगों को लोकतांत्रिक अधिकार दिलाने के उनके प्रयासों के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। समिति ने यह भी बताया कि मचाडो वेनेजुएला में विपक्ष को एकजुट करने में एक महत्वपूर्ण नेता रही हैं, जो वर्तमान में गंभीर मानवीय और आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।


राहुल गांधी की आलोचना

इस बीच, राहुल गांधी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा पर भारत के संविधान पर हमले और लोकतंत्र को खत्म करने के प्रयासों का आरोप लगाया है। गांधी का कहना है कि वह भारत के संविधान और लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हालांकि, भाजपा ने गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वह "भारत विरोधी ताकतों के ध्वजवाहक" बन गए हैं।